यूनिवर्सिटी से एफीलिएटेड हॉस्टल्स पर करीब दो करोड़ रुपये है बकाया

बिजली विभाग ने बड़े बकायेदारों के खिलाफ कानूनी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। बकायेदारों के खिलाफ आरसी जारी की जा रही है। विभाग ने इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) को आरसी भेजी है। इविवि के हॉस्टलों पर एक करोड़ 99 लाख रुपये का बिल बकाया है।

सदर तहसीलदार के हस्ताक्षर से जारी

बकायेदारों से वसूली करने के लिए विभाग सभी तरह के हथकंडे आजमा चुका है, मगर अपेक्षा अनुरूप वसूली नहीं हो रही है। सूत्रों का दावा है कि इसकी वजह विभागीय कर्मचारियों की मिलीभगत भी है। अब बकायेदारों के खिलाफ आरसी काटने की कार्रवाई शुरू की गई है। सदर तहसीलदार की तरफ से जारी आरसी के मुताबिक इविवि के हॉस्टलों पर कुल एक करोड़ 99 लाख 59 हजार पांच रुपये बकाया है। इसके लिए विभाग की तरफ से 28 फरवरी 2020 को वसूली प्रमाण पत्र जारी किया गया था। 30 मार्च 2020 को इसका तामीला भी कराया गया। इसके बावजूद अब तक बकाया धनराशि नहीं जमा की गई और न तो किसी सक्षम न्यायालय का स्थगन आदेश उपलब्ध कराया गया। ऐसे में आरसी जारी कर एक सप्ताह के भीतर बकाया धनराशि भुगतान कराने को कहा गया है। अब डीएसडब्ल्यू ने सभी हॉस्टलों के अधीक्षकों से बकाया बिल का भुगतान करने को कहा है। हॉस्टल अधीक्षकों में भी खलबली मच गई है। क्योंकि, कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से अप्रैल से हॉस्टल खाली पड़े हैं। ऐसे में हॉस्टलों की फीस भी छात्रों ने जमा नहीं की है।

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किस हॉस्टल पर कितना बकाया

सरोजनी नायडू छात्रावास 43,442

प्रियदर्शिनी छात्रावास 6,06,110

डीन यूनिवर्सिटी वेलफेयर 1,29,185

राधाकृष्ण छात्रावास 21,85,962

ताराचंद्र छात्रावास 2,68,877

शताब्दी छात्रावास 2,08,873

डायमंड जुबली छात्रावास 37,20,599

पीसीबी छात्रावास 31,40,359

एएन झा छात्रावास 26,18,499

जेएन झा छात्रावास 37,71,567

एसएसएल छात्रावास 32,65,532

विश्वविद्यालय का सबस्टेशन लगने से पहले सभी हॉस्टलों का अपना कनेक्शन होता था। वह अपने बिल खुद जमा करते थे। यह आरसी उसी अवधि की है। ऐसे में हॉस्टल अपने बिल चुकाएंगे और इस पूरी प्रक्रिया का समन्वयन डीएसडब्ल्यू करेंगे।

डॉ। जया कपूर

पीआरओ, इविवि