अनाथालयों में धूमधाम से मनाया गया रक्षाबंधन
स्वराज भवन में मुस्लिम भाईयों ने राखी बंधवाई
ALLAHABAD:
जिनका दुनिया में कोई नहीं कभी-कभी उनके लिए गैर भी अपने बन जाते हैं। रक्षाबंधन पर शहर के कुछ लोगों ने ऐसी ही मिसाल पेश की। उन्होंने अनाथालयों में पहुंचकर न केवल बच्चों से राखी बंधवाई बल्कि उन्हें उपहार भी दिए। स्वराज भवन में मुस्लिम युवाओं ने रक्षाबंधन का त्योहार मनाया। प्रशासन ने भी गुरुवार को बच्चों के लिए अलग से इंतजाम किया था।
चेहरे पर बिखेरी मुस्कान
ममफोर्डगंज बालिका बालगृह में समाजसेवियों ने गुरुवार को दस्तक देकर बच्चियों के चेहरे पर मुस्कान बिखेरी। यहां रहने वाली लड़कियों से राखी बंधवाकर उन्हें उपहार स्वरूप सूट के कपड़े भेंट किए। एक अन्य समाजसेवी ने राखी बंधवाकर पेन-कॉपी वितरित की। इसी तरह शिवकुटी स्थित शिशु गृह में इलाहाबाद विवि के टीचर (नाम छापने से मना किया)) ने बच्चों में खिलौने और मिठाई बांटी। डीपीओ पंकज कुमार ने बताया कि अनाथालयों में अलग से रक्षाबंधन पर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। बच्चों को मिठाईयां और फल वितरित किए गए। शाम को स्पेशल भोजन भी खिलाया गया। बाहर से आने वाले लोगों ने भी सभी के साथ समय बिताया और उन्हें उपहार दिए।
बच्चों ने खाई चाकलेट
स्वराज भवन स्थित अनाथालय में जियाउद्दीन शादाब, मो। दानिश, मो। सूफियान, अदील हम्जा और भैयू अहमद ने पहुंचकर रक्षाबंधन त्योहार मनाया। उन्होंने बच्चियों से राखियां बंधवाकर फल और चाकलेट उपहार स्वरूप दिया। जियाउद्दीन ने कहा कि देश में चल रहे नफरत के दौर को आपसी भाईचारे से खत्म किया जा सकता है। रक्षाबंधन रिश्ते जोड़ने का पर्व है। उन्होंने समाज को एकता का संदेश देने की कोशिश की है।