प्रयागराज (ब्यूरो)। लोकसेवक मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार चोपड़ा ने राजर्षी पुरुषोत्तम दास टंडन जी को हिंदी का महान प्रचारक बताते हुए कहा कि टंडन जी के रहते हिंदी को राष्ट्रभाषा का दर्जा नहीं मिल पाया। अब हमारा कर्तव्य है कि हिंदी को राजभाषा के साथ साथ राष्ट्रभाषा घोषित कराने के लिए प्रयास किये जाएं। विशिष्ट अतिथि डाक्टर रमा सिंह ने कहा कि हिन्दी को बढ़ावा देने के लिए राजर्षि टंडन ने हिन्दी साहित्य सम्मेलन की स्थापना की। विश्व हिन्दू महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष भिखारी प्रजापति ने कहा कि राज और ऋषि शब्द को जोड़कर राजर्षि शब्द की महत्ता को टण्डन जी ने चरितार्थ करके दिखाया था। इस मौके पर विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता बच्चों को सम्मानित भी किया गया। कुंवर जी टंडन, ब्रजेश मेहरोत्रा, विनोद कपूर, आनंद जी टंडन (पप्पन जी), ब्रजेश सिडाना(बिट्टू भईया), रामप्रसाद यादव, डॉ नीता साहू, शिखा खन्ना, सुनीता चोपड़ा, रोशनी अग्रवाल, राकेश कुमार कौशल, शंकर लाल आदि मौजूद रहे।