छतनाग रोड की हालत इन दिनों है बेहद खराब
जगह-जगह गड्ढे होने से गिरकर लोग हो रहे जख्मी
PRAYAGRAJ: सरकार ने कच्चे रास्तों को पक्का करने की बहुत सी घोषणाएं की हैं, जिन पर विभागीय अधिकारी काम करने का दावा करते हैं। लेकिन, जो सड़कें पहले सी ही पक्की हैं और गड्ढों में तब्दील हो रही है उनकी तरफ न तो सरकार के नुमाइंदों का ध्यान जा रहा है तथा न ही विभाग के कार्यालयों में बैठे उच्च अधिकारियों का। सड़कों की मरम्मत के लिए प्रति वर्ष लाखों रुपये का बजट विभागों में आता है। सड़कों की हालत को देखकर ऐसा लगता है यह बजट मात्र फाइलों में ही पूरा हो रहा है तथा सरकार का गड्ढा मुक्त सड़कों का अभियान भी दम तोड़ता हुआ नजर आ रहा है। अधिकारियों की लापरवाही के चलते झूंसी से छतनाग रोड गड्ढों में तब्दील है। गड्ढे होने के कारण वाहन चालक आए दिन इसमें गिरकर जख्मी हो रहे हैं।
हाइवे को जोड़ती है सड़क
झूंसी- छतनाग सड़क शहर से लेकर वाराणसी हाइवे राजमार्ग से जोड़ती है। सड़क पर गड्ढे होने के चलते वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त होते रहते हैं। इस रोड पर दस कदम पर दस से अधिक बड़े गड्ढे हैं। स्थानीय लोगों को कहना है कि बारिश होने पर इन गड्ढों में पानी भर जाता है। उस समय पता ही नहीं चलता है कि सड़क कहां है। कहा कि कई बार मरम्मत को लेकर विभागीय अधिकारियों से गुहार लगाई गई लेकिन नतीजा सिफर रहा। यहीं नहीं ये सड़क छतनाग घाट सीधे जाती है। यह दाह संस्कार करने वाले लोग जौनपुर के मछली शहर,फूलपुर बादशाहपुर, प्रतापपुर से आते हैं। सड़क खराब होने के लिए उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
इस रोड से रोजाना सैकड़ों हल्के व भारी वाहन गुजरते हैं। सड़क पर गड्ढे होने के कारण दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। विभाग में सड़कों की मरम्मत के नाम से जो पैसा आता है उसकी जांच के लिए
विभाग के मंत्री से शिकायत करेंगे।
अमित यादव, पब्लिक
पिछले कई वर्षो से सड़क में गड्ढे व्याप्त हैं। विभाग की लापरवाही के चलते पब्लिक परेशान है। यदि इन गड्ढों को जल्द भरा नहीं गया तो पब्लिक प्रदर्शन करने को मजूबर होगी। पांच किलोमीटर रोड की स्थिति बहुत गड़बड़ है।
- प्रियांक पांडेय
विभाग की लापरवाही राहगीरों पर भारी पड़ रही है। विभाग को जनहित में जल्द से जल्द गड्ढे भरवाने चाहिए, जिससे कोई बड़ा हादसा न हो। सड़क के गड्ढों को भरने के साथ-साथ सड़क को चौड़ा भी किया जाए।
आनंद श्रीवास्ताव, पब्लिक
यह रोड छतनाग घाट सीधे जाती है। यह दाह संस्कार करने वाले लोग दूरदराज से आते है। आए दिन लोग इन सड़कों पर गिर कर चोटिल होते है। विधायक से भी कई बार गुहार लगा चुके है। अभी तक कोई रास्त नहीं निकला है। सिर्फ हर बार एक नया अश्वासन मिलता है।
कुशल गौरव