प्रयागराज ब्यूरो रेलवे अपने कर्मचारियों को प्रबंधन में मजबूत करने का काम कर रहा है। ताकि आने वाले समय की चुनौतियों पर रेलवे के कर्मचारी खरे उतर सकें। ऐसे में रेलवे ने अपने कर्मचारियों के लिए प्रबंधन विकास कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें कर्मचारियों को विभिन्न विषयों पर प्रबंधन की जानकारी मुहैया कराई गई।

एक सप्ताह तक चला कार्यक्रम

उत्तर मध्य रेलवे के 125 वें प्रबंधन विकास कार्यक्रम के समापन पर स्वास्थ्य विषय पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें विजेता प्रतिभागियों को स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक के साथ नकद पुरस्कार दिया गया। ग्वालियर में एक सप्ताह तक चले प्रबंधन विकास कार्यक्रम में स्वास्थ्य प्रबंधन, संरक्षा, अनुशासन एवं अपील नियम, निविदा और अनुबंध में क्या करें, क्या न करें, तनाव प्रबंधन, रेलवे में जनसम्पर्क विभाग का कर्तव्य, आरटीआई, समूह का गठन एवं लीडरशिप, समय प्रबंधन, अभिप्रेरण, आचरण नियम एवं सतर्कता विषयों पर कर्मचारियों को जानकारी दी गई।

कार्यक्रम का शुभारंभ उत्तर मध्य रेलवे के प्रमुख मुख्य चिकित्सा निदेशक डा.जेपी रावत ने किया। कार्यक्रम के आयोजन में वरिष्ठ उप महाप्रबंधक डीके सिंह, उपमहाप्रबंधक अंकुर चंद्रा, सहायक उपमहाप्रबंधक संतोष बाजपेयी, पुष्पेंद्र सिंह, मनदीप कुमार और चंद्र प्रकाश राय की भूमिका अहम रही।

प्रशिक्षण कार्यक्रम में डा.जेपी रावत, हिमांशु माहेश्वरी, डा.जितेंद्र कुमार, दीपक मेहरा, मन्नू प्रकाश दुबे, डा.अमित मालवीय, संतोष बाजपेयी, एचएस उपाध्याय, आशीष कुमार अग्रवाल, अनुपम सक्सेना, मुकेश कुमार कुलश्रेष्ठ, अंकुर चंद्रा ने प्रतिभागियों को विभिन्न विषयों पर व्याख्यान दिया। कार्यक्रम के समापन अवसर पर उप महाप्रबंधक अंकुर चंद्रा ने प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्यालय से चार, प्रयागराज मंडल से नौ, झांसी मंडल से पांच, कारखाना सिथौली से तीन समेत कुल तीस सुपरवाइजरों ने हिस्सा लिया।