प्रयागराज (ब्यूराे)। रेलकर्मी कृपाशंकर शुक्ला पहले आरपीएफ में बाबू के पद पर कार्यरत थे। बाद में वहां से स्थानांतरित होकर मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के पर्सनल विभाग में आए। यहां आने के बाद से उसके खिलाफ लगातार शिकायतें मिल रही थी। एक महिला रेलकर्मी ने उस पर छेडख़ानी सहित कई गंभीर आरोप लगाए थे। उस महिला ने कृपा शंकर शुक्ला के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया था। इसके अलावा कई और मामलों में उसके खिलाफ विभागीय जांच चल रही थी। कई बार नोटिस भी दिया गया लेकिन उसने जवाब नहीं दिया। बताया जा रहा है कि जो भी जांच चल रही थी, सभी में वह दोषी पाया गया था। मौजूदा समय में कार्यालय अधीक्षक (ओएस) पद पर वह कार्यरत थे। पिछले दिनों उनका स्थानांतरण टुंडला हो गया था लेकिन वह वहां नहीं गए। जनसंपर्क अधिकारी अमित ङ्क्षसह ने बताया कि बर्खास्तगी से पहले कृपा शंकर शुक्ला को दो बार नोटिस दी गई थी। पहली बार 15 दिन और दूसरी बार सात दिन का समय दिया गया। लेकिन उसने नोटिस का जवाब नहीं दिया। नोटिस की अवधि शुक्रवार को समाप्त होने पर उसे सीनियर डीपीओ राजेश कुमार शर्मा ने बर्खास्त कर दिया।