प्रयागराज (ब्यूरो)। ओमिक्रॉन को देखते हुए रेलवे ने स्टेशनों पर टिकट चेकिंग और कोरोना टेस्टिंग का अभियान फिर से तेज कर दिया है। एक तरफ जहां ट्रेनों में अवैध यात्रा रोकने के लिए जबरदस्त चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ अलग-अलग राज्यों से प्रयागराज आ रहे यात्रियों की टेस्टिंग भी तेज कर दी गई है। सरकार द्वारा गाइडलाइन जारी होने के बाद रेलवे ने यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है। वहीं हर एक यात्री की टेस्टिंग के साथ ही पूरा डिटेल्स नोट किया जा रहा है। यात्री का नाम-पता और मोबाइल तक नोट किया जा रहा है। सरकार के नए नियम के मुताबिक पूर्ण टीकाकरण कराने वाले लोगों को ही यात्रा करने की अनुमति है। फिलहाल ये अभी रेलवे में इसका पालन नहïीं हïो रहा है। जबकि एयरपोर्ट पर इसको लेकर सख्ती है।
स्क्रीनिंग मशीन बता रही लापरवाही
ट्रेन आने से पहले एलर्ट हो जाता है दस्ता
प्रयागराज जंक्शन के प्लेटफार्म नौ और दस नंबर पर दोपहर दो बजे एक ट्रेन पहुंचने वाली थी। इसकी सूचना मिलते ही स्वस्थ्य विभाग का दस्ता सीढ़ी से उतरने वाले जगह पर बेंच लगाकर बैठ गए। आने व जाने वाले प्रत्येक के यात्री का एंटीजन जांच कर एक फार्म भरा जा रहा था। जिसमें यात्री का आधार नंबर से लेकर मोबाइल नंबर नाम-पता व इससे पहले कहां-कहां से सफर कर आ रहे हैं। इन सभी का डिटेल नोट किया जा रहा था।
प्रयागराज जंक्शन पर करीब चार टीम जांच कर रही थी। इन टीमों के साथ एक स्टाफ रेलवे का भी नियुक्त किया गया है। जो सफर करने वाले यात्रियों से दोनों डोज लगाने के बारे में भी पूछ रहे थे। जिन्होंने सिर्फ एक डोज लगा रखे थे। उनको दूसरी डोज लगवाने हेतु प्रेरित किया जा रहा था। वहीं जिन्होंने एक भी डोज नहीं लगवाई थी। उन्होंने यात्री न करने की अपील कर रही थी।
एलर्ट मोड में रेलवे
दक्षिण और पश्चिम के राज्यों से आने वालों पर विशेष नजर
रेलवे यात्रियों से कर रहा सर्दी-खांसी-बुखार होने पर सफर न करने की अपील
हर एक प्लेटफार्म पर लगे लाउड स्पीकर से कोविड-19 नियमों का पालन हेतु किया जा रहा जागरूक
- यात्री ही नहीं रेल प्रशासन के अफसर से लेकर कर्मचारी तक लापरवाही बरते मिले