रैगिंग प्रकरण को दबाव बनाकर खत्म कराने के मूड में इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन
प्रशासन का दावा, छात्र की पिटाई हुई थी, छात्र ने शिकायत पत्र में नहीं लिखा रैगिंग हुई
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कोविड दौर में रैगिंग का दाग गहरा होने से पहले ही इलाहाबाद यूनिवर्सिटी प्रशासन उसे धुल देने की तैयारी में लग गया है। शुक्रवार को छात्र के सामने आकर पिटाई की बात बताने के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सफाई में तर्क दिया कि छात्र ने अपने पत्र में रैगिंग शब्द का जिक्र नहीं किया है। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने छात्र का हॉस्टल में रहना अवैध बताया है। कहा गया है कि इसके एवज में उससे पांच गुना पेनाल्टी वसूल की जाएगी। पेनाल्टी की राशि जमा न करने पर उसकी डिग्री भी रोकी जा सकती है।
अफसरों को चाहिए रैगिंग का माहौल
सीनियर्स पर मिसविहैब का आरोप लगाने वाले लॉ स्टूडेंट का कहना है कि सीनियर्स नशे में धुत थे। इसके बाद उन्होंने ग्रुप बनाकर उसे ह्यूमिलिएट किया। विरोध करने पर पिटाई की गयी। यह घटना बुधवार को हुई थी। इस दिन यूनिवर्सिटी के तीन हॉस्टल्स में छात्रों ने जमकर होली खेली थी। कपड़ा फाड़ होली के बाद छात्र नाचते गाते सड़क पर भी आये थे। गुरुवार को इसकी शिकायत यूनिवर्सिटी प्रशासन से की गयी थी। गुरुवार को चीफ प्रॉक्टर की तरफ से सफाई दी गयी कि शिकायत करने वाले ने यह नहीं बताया है कि किस हॉस्टल का मामला है। इससे प्रकरण पता ही नहीं चल पा रहा है। चीफ प्रॉक्टर ने गुरुवार को स्वीकार किया था कि तीन हॉस्टल्स में रहने वाले छात्रों ने होली खेली थी।
डीएसडब्लू से करें बात, हम क्या दे आधिकारिक बयान
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की ओर से लगातार दावा था कि हॉस्टल में कोई नहीं है। कुछ समय बाद यूनिवर्सिटी का दावा था कि हॉस्टल में सिर्फ रिसर्च स्कॉलर व पीजी के वे स्टूडेंट्स को रहने की इजाजत दी गई है। जिनके प्रैक्टिकल होने है। बुधवार की घटना ने यूनिवर्सिटी के दावों की पोल खोल दी। इस बारे में जब चीफ प्रॉक्टर प्रो। हर्ष कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हॉस्टल का मामला है, डीएसडब्लू से बात करें, हम क्या आधिकारिक बयान दे। हालांकि, आरोपी स्टूडेंट के खिलाफ कारण बताओ नोटिस चीफ प्रॉक्टर ने ही जारी की है।
अवैध रूप से रह रहा था जूनियर, होगी वसूली
घटना को लेकर जब इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की पीआरओ डॉ। जया कपूर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि शिकायत करने वाला स्टूडेंट अवैध रूप से हॉस्टल में रह रहा था। यह यूनिवर्सिटी की तरफ से तय किये गये रूल्स के खिलाफ है। इसके लिए यूनिवर्सिटी ने छात्र से पांच गुना पेनाल्टी वसूलने का नियम बनाया है। पेनाल्टी राशि शिकायत करने वाले छात्र से भी की जा सकती है क्योंकि वह भी अवैध रूप से ही हॉस्टल में रह रहा था। पेनाल्टी जमा न करने पर डिग्री रोकने का भी प्रावधान है। ऐसे में उससे भी पांच गुना पेनाल्टी वसूली जाएगी। उन्होंने ये भी कहा कि रैगिंग की बात नहीं है। पीडि़त ने अपने शिकायत में नशे में धुत होकर मारपीट करने की बात कही है, रैगिंग शब्द का प्रयोग नहीं किया है। लेकिन जहां तक रोक के बाद हॉस्टल में रहने की बात है, तो उसमें पीडि़त की गलती है। इसलिए उसे भी पांच गुना पैनेल्टी देनी होगी।
रैगिंग के आरोपी से मांगा लिखित स्पष्टीकरण
पीसीबी हॉस्टल में बुधवार को होली सेलिब्रेशन के दौरान लॉ सेकेंड इयर के स्टूडेंट के साथ हुई मारपीट के मामले में चीफ प्रॉक्टर ने आरोपी छात्र आयुष सिंह, बीकॉम थर्ड इयर को नोटिस जारी की है। जिसमें उन्होंने मारपीट को अनुशासनहीनता की श्रेणी में रखते हुए आरोपी स्टूडेंट से 1 अप्रैल को आफिस में पहुंचकर लिखित स्पष्टीकरण देने का आदेश दिया है।
स्टूडेंट्स को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इस बारे में ज्यादा जानकारी डीएसडब्लू से लें। वही बता सकते हैं।
प्रो। हर्ष कुमार
चीफ प्रॉक्टर
पीडि़त ने अपने शिकायत में नशे में धुत होकर मारपीट करने की बात कही है, रैगिंग शब्द का प्रयोग नहीं किया है। लेकिन जहां तक रोक के बाद हॉस्टल में रहने की बात है, तो उसमें पीडि़त की गलती है। इसलिए उसे भी पांच गुना पैनेल्टी देनी होगी।
डॉ जया कपूर
पीआरओ, एयू