प्रयागराज (ब्‍यूरो)। ठेकेदार कुंभ से जुड़े कार्यों में मानकों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। नगर आयुक्त के निरीक्षण में ऐसी बातें सामने आ रही हैं। अफसर कार्रवाई भी कर रहे हैं। बावजूद इसके कार्यदायी संस्थाओं में अफसरों की कार्रवाई का खौफ नहीं है। ठेकेदारों के बेखौफ होने की वजह क्या है? यह सवाल अब भी जस का तस कायम है। बुधवार को हालात देखकर निरीक्षण में निकले महापौर का माथा एक बार फिर गरम हो गया। कहीं सफाई के अभाव में गंदगी तो किसी जगह कार्यों में मानकों की कटौती पाई गई है। जिम्मेदारों को फटकार लगाते हुए कार्यदायी संस्थाओं पर अर्थदण्ड व कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

जानिए कहां पर मिली कैसी स्थिति
नगर आयुक्त के द्वारा सबसे पहले खुल्दाबाद ओल्ड जीटी रोड, चकिया और कसारी मसारी एरिया का निरीक्षण किया गया। यहां पर जगह-जगह लगा कूड़े का अम्बार दिखाई दिया। नालियों में जमा सिल्ट देखकर भी नगर आयुक्त का मिजाज गर्म हो गया। जिम्मेदार अफसरों को फटकार लगाते हुए सफाई एवं खाद्य निरीक्षक को चेतावनी पत्र जारी करने के निर्देश दिए। कसारी मसारी और राजरूपपुर में महाकुंभ के मद्देनजर नाली निर्माण का कार्य चल रहा है। निरीक्षण में उन्होंने पाया कि इस नाली के निर्माण में लेवलिंग ठीक नहीं है। मटेरियल भी घटिया क्वालिटी का इस्तेमाल किया जा रहा है। कार्यदायी संस्था पर अर्थदण्ड लगाने के निर्देश उन्होंने मुख्य अभियंता को दिए। अवर अभिया को भी चेतावनी पत्र जारी करने के लिए कहा गया है। निरीक्षण में नगर आयुक्त के साथ मुख्य अभियंता निर्माण, मुख्य अभियंता विद्युत, सहायक अभियंता व अवर अभियंता टीपीआई की टीम सहित सम्बंधित ठेकेदार भी मौजूद रहे।

रात में भी सीवर सफाई के निर्देश
जहांगीराबाद नैनी इलाके में भी नगर आयुक्त के द्वारा निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया गया।
यहां वर्कशॉप के पास डामर रोड का मुआयना किए। फिर महेवा रोड एग्रीकल्चर कॉलेज के पास महाकुंभ के मद्देनजर किए मार्ग मार्ग प्रबंधक का भी निरीक्षण किए।
इस बीच पोल की मजबूती पर नगर आयुक्त को शक हुआ। स्ट्रीट लाइट के प्रत्येक पोल का वजन कराने की जिम्मेदारी मुख्य अभियंता को सौंपी गई।
उन्होंने यह भी कहा कि स्ट्रीट लाइटों की टेस्टिंग कराते हुए मार्ग प्रकाश स्थापना कराया जाए।
इसकी रिपोर्ट भी उन्हें सौंपी जाय। पुराफतेह मोहम्मद नैनी रोड पर नाली निर्माण के निरीक्षण में मानक की कमी पाई गई।
निर्माण कार्य में लगाए जा रहे मैटेरियल जांच कराते हुए जहां भी निर्माण खराब मिले हैं उसे तोड़कर फिर से बनाए जाने के निर्देश दिए हैं।
इस बीच कई जगह सीवर की सफाई का कार्य चालू पाया गया।
सीवर सफाई में तेजी लाने के लिए रात में भी काम कराए जाने के निर्देश महाप्रबंधक जलकल को दिए गए हैं।

कार्यदायी संस्थाएं गुणवत्ता पर ध्यान नहीं देंगी और निरीक्षण में खामी मिली तो कार्रवाई तय है। कार्यों में गुणवत्ता से समझौता किसी भी हाल में नहीं होगा। सम्बंधित अधिकारी बराबर चेकिंग करें और रिपोर्ट दें। अन्यथा उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
चंद्रमोहन गर्ग, नगर आयुक्त