प्रयागराज (ब्‍यूरो)। देश की सीमा पर तैनात सेना के जवान हों या फिर घर से दूर रहने वाले भाई। उनके लिए दुआओं से भरी राखी जरिए डाक भेजना बहनें शुरू कर दी हैं। बहनों की प्यार भरी राखी बारिश में भीग कर खराब न हो इसके लिए डाक विभाग वाटर प्रूफ लिफाफा लांच किया है। डाक के जरिए बहनों के द्वारा भेजी गई राखी भाइयों तक पहुंचाने के लिए डाकिया दौड़ लगाने में पीछे नहीं है। बहनों के द्वारा भेजी गई राखी समय से उनके भाइयों तक पहुंचे। इसके लिए डाक विभाग कई फास्ट स्कीम चला रखा है। डाक से राखी भेजने में प्यारी बहनों को तनिक भी दिक्कत नहीं हो, इसका भी डाक विभाग ने खूब ध्यान रखा है। सिविल लाइंस डाक घर में राखी स्पेशल काउंटर खोले गए हैं। इतना ही नहीं, परिसर में एक दर्जन राखी यानी लेटर बाक्स लगाए गए हैं। इस लेटर बाक्स को दिन में तीन बार कर्मचारियों के जरिए चेक किया जा रहा है। हर लेटर बाक्स पर प्रदेश का नाम भी लिखा हुआ है। ताकि राखी को छाटने में वक्त बर्बाद नहीं हो और समय से उसे सम्बंधित प्रदेश को भेजा जा सके।

एक दर्जन लगाए गए स्पेशल बाक्स
भाई बहनों के बीच स्नेह भरा पर्व रक्षा बंधन काफी नजदीक है।
पुरोहितों की मानें तो यह पर्व 30 और 31 अगस्त को सुबह दस बजे तक है।
पर्व की डेट को देखते हुए जिन बहनों के भाई घर सेना में शरहद पर हैं या घर से बाहर रहते हैं, वह जरिए डाक राखी भेजना शुरू कर दी हैं।
बारिश का मौसम है ऐसे में भेजी गई राखी भीग कर बर्बाद हो सकती है।
लिहाजा डाक विभाग बहनों की भावनाओं व भाई के प्रति स्नेह को देखते हुए राखी की सुरक्षा के लिए स्पेशल वाटर प्रूफ लिफाफा लेकर आया है।
डाक घरों से मिलने वाले इस वाटर प्रूफ लिफाफे की कीमत मात्र दस रुपए रखी गई है।
इस दस रुपये के लिफाफा में भरकर भेजी जाने वाली राखी बारिश के पानी में भीगने पर भी खराब नहीं होगी।
सिविल लाइंस डाक घर में छह राखी स्पेशल काउंटर खोले गए हैं।
ताकि राखी पोस्ट करने के लिए डाक घर पहुंची बहनों को लाइन लगाकर परेशान नहीं होना पड़े।
इतना ही नहीं, डाक घर परिसर में मुख्य द्वार के ठीक सामने एक दर्जन राखी स्पेशल बाक्स भी लगाए गए हैं। हर बाक्स अलग-अलग प्रदेशों के लिए है।
यह बात बाक्स पर लिखे हुए प्रदेश के नाम से पता चलता है।
पहले बाक्स पर भोपाल, मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता, भुवनेश्वर, बेंगलुरू, मेरठ, लखनऊ, रायपुर आदि जनपद व प्रदेश के नाम लिखे हैं।
ताकि जनपद व प्रदेश वार पोस्ट की गई राखी की छटाई में वक्त बर्बाद नहीं हो और बाक्स से निकालते ही सीधे उसे सम्बंधित जिले के लिए भेज दिया जाय।
बताते चलें कि अब तक दस हजार राखी बहनों के द्वारा जरिए डाक भाइयों को भेजी जा चुकी है। हालांकि बहनों के द्वारा राखी भेजने का क्रम अभी जारी है।

700 वाटर प्रूफ लिफाफा मौजूद
डाक घर के लोग कहते हैं कि शासन के द्वारा हफ्ते भर पूर्व 700 वाटर प्रूफ लिफाफा भेजा गया है। यह लिफाफा सभी सभी डाक घरों पर भेजा गया है। डाक घर के अफसरों की मानें तो दस रुपये देकर कोई भी यह लिफाफा खरीद सकता है।

अब करीब दस हजार राखी बहनों के द्वारा जरिए डाक भेजी जा चुकी है। राखी के लिए वाटर प्रूफ लिफाफा विभाग ने लांच किया है। यह लिफाफा किसी भी डाक घर से प्राप्त किया जा सकता है।
राजेश वर्मा पब्लिक रिलेशन इंस्पेक्टर