प्रयागराज (ब्यूरो)। अपना शहर प्रयागराज स्मार्ट सिटी बनने की राह पर है। मगर शहर का पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम अभी भी एक दशक पीछे चल रहा है। कहने के लिए शहर में टेंपो टैक्सी यूनियन है, मगर इस यूनियन की सक्रियता न के बराबर दिखती है। जिसका नतीजा है कि टेेंपो टैक्सी ड्राइवर अपनी मनमानी करते है और परेशान पब्लिक होती है। ऐसे में पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम चेंज मांग रहा है। अब देखना ये है कि इस चेंज को लाने में टेंपो टैक्सी यूनियन कितना दम लगाती है। जबकि कई दशक से टेंपो टैक्सी यूनियन एक्टिव बताया जाता है।
न किराया की सूची न रूट का पता
शहर में चलने वाले टेंपो टैक्सी का रुट निर्धारित नहीं है। जिसका नतीजा होता है कि जब चाहे ड्राइवर जिस रूट पर सवारी लेकर चला जाता है। ऐसे में किसी भी रूट पर ट्रैफिक बढऩे से जाम की समस्या हो जाती है। इसके अलावा किराया की सूची भी कहीं चस्पा नहीं मिलेगी। न ही किसी चौराहे पर और न ही किसी टेंपो में। जिसका नतीजा है कि ड्राइवर जितना मन होता है उतना किराया वसूल लेते हैं।
ये होना चाहिए चेंज
- ड्राइवरों को वर्दी पहनना चाहिए।
- टेंपों को नंबर एलॉट होना चाहिए।
- निर्धारित किराया सूची होनी चाहिए।
- टेंपो का रूट निर्धारित होना चाहिए।
- चौराहों पर टेंपो लाइन से होना चाहिए।
- यूनियन को ड्राइवरों की सूची रखनी चाहिए।
ये हाल है अभी
- बगैर वर्दी के ड्राइवर चलाते हैं टेंपो
- चौराहा, टेंपो में नहीं है किराया सूची।
- टेंपो को नंबर नहीं किया एलॉट।
- आड़े तिरछे खड़े होते हैं टेंपो।
- टेंपो का रूट नहीं किया गया निर्धारित।
- टेंपो यूनियन के पास नहीं है ड्राइवरों की सूची।
चौराहों पर लगता है जमघट
टेंपो ड्राइवरों की मनमानी देखनी हो तो तेलियरगंज चौराहा, मिश्रा भवन चौराहा सिविल लाइंस से गुजरिए। इसके अलावा अन्य चौराहों का भी बुरा हाल है। कचहरी में पेट्रोल पंप चौराहा से निकल पाना मुश्किल हो जाता है। कहने के लिए टेंपो टैक्सी यूनियन है, मगर ये कहां काम कर रही है, इसे बता पाना मुश्किल है।
टेंपो टैक्सी यूनियन अपनी तरफ से शहरियों को सहूलियत देने के लिए पूरा प्रयास करती है। जल्द ही यूनियन कार्य योजना बनाकर पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को लेकर काम शुरू करेगी। ताकि शहरियों को कोई असुविधा न हो। ड्राइवरों को वर्दी पहनना अनिवार्य किया जाएगा। किराया सूची तय करके चस्पा की जाएगी।
रमाकांत रावत, महामंत्री टेंपो टैक्सी यूनियन