वारिश को जिंदा छोड़ देने से आशंका को मिला बल
पुलिस के लिए बेहद टॅफ है हत्या के कारण का पता लगाना
PRAYAGRAJ: दंपति मर्डर केस में कुछ और भी ऐसी बातें हैं, जिस पर गौर करना बेहद जरूरी है। तख्त पर देवनारायण पटेल की व चारपाई पर पत्नी रंजना की बॉडी पड़ी थी। क्राइम सीन और मौके के हालात कत्ल के कारण को कई दिशा दे रहे हैं। बेड पर दोनों की मिली बॉडी से एक बात क्लियर है कि पहुंचते ही कातिल उन पर टूट पड़े थे। स्पॉट को बारीकी से देखा जाय तो ऐसा लगता है कि कातिल सबसे पहले देवनारायण को ही मौत के घाट उतारे थे। पति के छटपटाने या आहट पाकर पत्नी उठने की कोशिश करी होगी। यह भी हो सकता है कि वह कातिलों को पहचान ली हो, इसी लिए हत्यारे उसे भी मौत की नींद सुला दिए होंगे।
चाबी से दरवाजे का खोले थे ताला
देवनारायण पटेल काफी सरल व सीधे स्वभाव का बताया जा रहा है। जानने वाले व परिजन यह भी कहते हैं कि उसकी ही नहीं, बल्कि तीनों भाइयों की किसी से कोई रंजिश नहीं थी। इससे रंजिश में हत्या के शक की गुंजाइश समाप्त हो जाती है। ध्यान देने वाली बात यह है कि मां रंजना के पास सो रहे मासूम को कातिल छुए तक नहीं। इससे यह स्पष्ट होता है कि कत्ल करने वालों को उसकी प्रॉपर्टी की भी भूख नहीं थी। कत्ल के पीछे सम्पत्ति पर कब्जा करना लक्ष्य होता तो शायद मासूम भी जिंदा न बचता। संभावना जतायी जा रही है कि दंपति की हत्या के बाद कातिल कमरे में लगे ताले को चाबी से खोलकर अंदर पहुंचे होंगे। क्योंकि, जिस कमरे में जनसेवा केंद्र व संदूक था उसका ताला व कुंडी दोनों सेफ थी। यह बात सभी जानते थे कि दो महीने पहले ही उसने जन सेवा केंद्र खोला था। सड़क साइड दुकान में शटर लगवाने के लिए बनवाकर मंगवा चुका था। मतलब यह कि उसके घर में इतने रुपये भी नहीं थे कि कोई रेकी के बाद लूट या डकैती का इरादा बनाए।
नशेडि़यों ने तो नहीं दिया घटना को अंजामम!
हालात को लोग अनुमान यह लगा रहे हैं कि घटना को किसी नशेड़ी ने अंजाम दिया होगा। इस सोच के पीछे है घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर देशी शराब की दुकान होना। पास के गांव सूखीडीह व ढालू का पूरा जैसे गांवों में स्मैक के सौदागर और स्मैकिए हैं। आशंका जतायी जा रही है कि नशे के सामान का पैसा जुगाड़ने के चक्कर में वे देव नारायण के घर पहुंचे। लूट कर पाते इसके पहले ही देवनारायण दम्पति की नींद खुल गयी और उन्होंने वार करके दोनों को मौत दे दी।
रेप की कोशिश में तो घटना नहीं?
घटना के पीछे एक अन्य आशंका रेप की जतायी जा रही है। दोनों की शादी को अभी सिर्फ तीन साल हुए थे। दोनों घर के बरामदे में सो रहे थे। इससे वहां तक किसी की भी पहुंच बेहद आसान थी। आशंका जतायी जा रही है कि हमलावरों ने देव की पत्नी के साथ जबरदस्ती की कोशिश की होगी, इसी चक्कर में घटना हो गयी।
लोगों को हैरान कर रही यह बात
कातिल आराम से आते हैं और बरामदे में दंपत्ति की हत्या के बाद ताला खोलकर संदूक तोड़ कर खंगालते हैं।
इतनी बड़ी घटना हो जाती है और सटकर बने मकानों में रहने वाले उसके दोनों भाइयों या भाइयों के परिवार को भनक तक नहीं लगी।
यह बात न सिर्फ पब्लिक ही नहीं पुलिस को भी काफी परेशान कर रही है।
मान लिया जाय कि हत्या दबे पांच पहुंचते ही मुंह दबाकर की गई होगी। मगर, संदूक का लॉक तोड़ते समय तो कुछ आवाज जरूरी हुई रही होगी।
पुलिस सिर्फ शक के आधार पर कोई बात नहीं कह सकती। मामले की सच्चाई का पता लगाने के लिए पुलिस को निर्देश दिए गए हैं। उम्मीद है जल्द ही सच सब के सामने होगा।
कवीन्द्र प्रताप सिंह
आईजी रेंज प्रयागराज