प्रयागराज ब्यूरो । चेहलुम के दिन नजदीक आते ही मजलिस मातम जुलूस व शब्बेदारी का दौर शबाब पर है। करैलाबाग, बख्शी बाजार, रानीमंडी, दरियाबाद सहित तमाम मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में कहीं पुरुषों की तो कहीं महिलाओं की मजलिसें हो रही हैं। सात सितंबर को रानीमंडी इमामबारगाह आजम हुसैन से सुबह नौ बजे चेहलुम का जुलूस निकाला जाएगा। जुलूस बच्चा जी धर्मशाला रानीमंडी, कोतवाली नखास कोहना, खुल्दाबाद, हिम्मतगंज होते हुए चकिया स्थित करबला जायगा। इसमें मातमी अन्जुमनो द्वारा कोतवाली से नखास कोहना तक तेज धार की छूरीयों से लैस जंजीरों व चाकूओ (कमा) का मातम होगा। कुछ नौजवान खून रहित जंजीरो का मातम भी करते हुए जुलूस में शामिल होंगे।
दरियाबाद से निकलेगा बड़ा जुलूस
निकाला गया ताबूत अलम का जुलूस
माहे सफर की 17 को रानीमंडी धर्मशाला के सामने स्थित इमामबाड़ा स्व साबिर हुसैन से 80 साल पहले जायर हुसैन द्वारा कायम किया गया जुलूस इमाम रजा अकीदत व ऐहतेराम के साथ निकाला गया। जैगम अब्बास ने पुरदर्द मर्सिया पढ़ा तो जाकिरे अहलेबैत रजा अब्बास जैदी ने शहादत इमाम मूसा ए रजा का तजकेरा किया। शबीह ए ताबूत अलम व ज़ुलजनाह की शबीह गुलाब व चमेली के फूलों से सजाकर जियारत को निकाली गई। अन्जुमन ग़ुन्चा ए कासिमया बख्शी बाजार के नौहाख्वानो ने पुरदर्द नौहा पढ़ा। करैली की मस्जिद ए खदीजा स्थित रौजा ए इमाम रजा में हसन आमिर की ओर से आयोजित शहादत की शब में मजलिस को जायर हुसैन नकवी ने खिताब किया। चक जीरो रोड स्थित इमामबाड़ा डिप्यूटी जाहिद हुसैन से अन्जुमन इमामिया चक की ओर से जुलूस निकाला गया। दरियाबाद में इमामबाड़ा मोजिजनुमा में शहादत इमाम रजा पर मजलिस हुई ताबूत भी निकाला गया। एडवोकेट रजा हसनैन की सदारत व नजीब इलाहाबादी के संचालन में नौहा व मातम की सदाओं के बीच बड़ी संख्या में अक़ीदतमन्दों ने शिरकत की।