प्रयागराज ब्यूरो । माघ मेला क्षेत्र में दलदल की वजह से तैयारियों का काम देर से शुरू हुआ। लोग बताते हैं कि मेला बसाने में जगह-जगह दलदल बड़ी चुनौती बन गए थे। रेत डाल कर सबसे पहले दलदल को ठीक करने का काम शुरू किया गया। यह काम आज भी पूर्ण रूप से पूरा नहीं हो सका है। जगह- जगह लगाए गए ट्रैक्टर कटान व दलदल वाले स्थानों पर रेत डाल रहे हैं। कई जगह बालू और दलदल में सोमवार को ट्रैक्टर फंसे हुए नजर आए। गंगा नदी पर कुल पांच पांटून पुल बनाया जाना है। इनमें से अब तक केवल दो ब्रिज ही पूरी तरह बन कर तैयार हो सके हैं। इन दोनों पांटून पुल को झूंसी साइड आवागमन के लिए खोल दिया गया है। मौजूदा समय में महावीर से पांटून पुल से झूंसी साइड जाने व त्रिवेणी से दारागंज की ओर आने का काम किया जा रहा है। तीन पांटून पुल अब भी पूरी तरह काम बनकर तैयार नहीं हो सके हैं। झूंसी साइड जगह-जगह पानी सप्लाई के लिए जल निगम के द्वारा पाइप डंप कर दी गई है। इस पाइप को बिछाने का काम अब तक पूरा नहीं हुआ। हालांकि दावा है कि आधे से ज्यादा मेला क्षेत्र में पानी की पाइप बिछ गई है। मगर जमीनी हकीकत इस दावे से काफी दूर है। झूंसी साइड त्रिवेणी पांटून पुल के मुख्य मार्ग पर बिजली के पोल और उस पर तार लगा दिए गए हैं। ज्यादातर हिस्सों में विद्युत पोल अब भी नहीं लगाए जा सके हैं। जितने पोल गाड़े गए हैं उस पर भी तार नहीं है।
अधूरे थानों पर तैनात की गई फोर्स
माघ मेला ड्यूटी के लिए अब तक करीब साढ़े तीन सौ जवान मेला पुलिस लाइंस में आमद करा चुके हैं। इन्हें परेड और कोतवाली व अक्षयवट और खाक चौक थाने पर रोका गया है। इन थानों पर पानी सप्लाई की व्यवस्था काफी बदतर है। पानी के अभाव में यहां ठहराए गए पुलिस के जवान काफी परेशान हैं। मेला कोतवाली में मेस के लिए टैंकर से पानी मंगाना पड़ रहा है। कोतवाली में करीब सौ जवान रुके हैं। यहां शौचालय के अंदर पानी के लिए नल का कनेक्शन है ही नहीं। ठेकेदार द्वारा नल को बाहर लगा दिया गया है। जवान बताते हैं कि सुबह शाम कभी पानी आता है कभी तो किसी दिन वह भी नहीं आता। पानी निकासी के लिए सुव्यवस्थित नाली तक कोतवाली में नहीं बनाई गई है। मेला पुलिस के अधिकारी सभी थानों के कम्प्लीट होने का दावा कर रहे हैं। मगर यथार्थ यह है कि पांच छह थानों को छोड़ दिया जाय तो एक भी पूरी तरह बनकर तैयार नहीं है। झूंसी साइड बन रहे थानों में कहीं टेंट गायब है तो कहीं टीम। इस इलाके में पानी व लाइट की सुविधा बिल्कुल नहीं है। ऐसी ऐसी दशा में यहां जवान रहना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं। जबकि हर थाने पर प्रभारी व कुछ पुलिस के जवान तैनात किए जा चुके हैं। आधे अधूरे थानों में बिजली व पानी की अव्यवस्था से कोई उन पर जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है।
माघ मेला में थानों पर प्रभारी तैनात
मेला थाना प्रभारी
कोतवाली इंद्रजीत सिंह
परेड कोतवाली अशोक यादव
महावीर जी पवन कुमार शुक्ल
अक्षयवट महेंद्र कुमार द्विवेदी
संगम सुजीत कुमार
खाक चौक अतुल कुमार वर्मा
प्राचीन गंगा दीप कुमार श्रीवास्तव
झूंसी बृजेश कुमार
कल्पवासी मोती लाल वर्मा
प्रयागवाल अतुल्य कुमार पांडेय
अरैल सभाशंकर दुबे
जल पुलिस कड़ेदीन यादव
महिला थाना अभी खाली है
थानों का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। जहां कम्प्लीट नहीं है उसे पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। तैनात की गई फोर्स व प्रभारी विभागों से संपर्क करके थानों में अव्यवस्थाओं को दूर करा रहे हैं। पानी व बिजली के लिए विभागों से संपर्क किया जा रहा है।
आदित्य शुक्ला, एसपी मेला