विजिलेंस ने रंगे हाथ पकड़ा, 30 हजार रुपये बरामद
निलंबन के वक्त का वेतन दिलाने को मांगी थी रिश्वत
शिक्षा निदेशालय के प्रधान सहायक अनिल कुमार को विजिलेंस ने गुरुवार दोपहर घूस लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ सिविल लाइंस थाने में भ्रष्टाचार का मुकदमा कायम कराते हुए दाखिल किया गया है। अभियुक्त ने एक सहायक अध्यापक को वेतन दिलाने के लिए रिश्वत मांगी थी। पकड़ा गया आरोपित कीडगंज का रहने वाला है।
विभागीय कार्रवाई के तहत हुआ था निलंबन
एसपी विजिलेंस अभिषेक महाजन ने बताया कि मीरजापुर जिले के कछवा स्थित गांधी इंटर कालेज में एक सहायक अध्यापक है। उसे विभाग की ओर से निलंबित कर दिया गया था। सहायक अध्यापक 19 जनवरी 2018 से 31 अक्टूबर 2018 तक निलंबित रहा। फिर वह बहाल हो गया, मगर निलंबन अवधि के दौरान जो वेतन उसे मिलना था, वह नहीं मिला। करीब तीन लाख रुपये पिछले तीन साल से नहीं मिल रहा था। तब शिक्षा निदेशालय के प्रधान सहायक अनिल कुमार ने सहायक अध्यापक से तीन लाख रुपये का 10 फीसद बतौर रिश्वत मांगी और काम कराने के लिए कहा था। इससे परेशान सहायक अध्यापक ने मामले की शिकायत प्रयागराज विजिलेंस टीम से की गई।
गोपनीय जांच में सच मिला मामला
विजिलेंस इंस्पेक्टर ने गोपनीय जांच में आरोप सही पाया। बताया गया कि गुरुवार दोपहर जब अनिल कुमार सहायक अध्यापक से 30 हजार रुपये घूस ले रहा था, तभी विजिलेंस टीम ने उसे कार्यालय के पास गेट के निकट रंगे हाथ दबोच लिया। उसके पास से 30 हजार रुपये बरामद हुए। पूछताछ के बाद विजिलेंस इंस्पेक्टर ने सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया। शुक्रवार को अभियुक्त को वाराणसी स्थित एंटी करप्सन कोर्ट में पेश किया जाएगा।