प्रयागराज (ब्यूरो)। मुंडेरा थोक सब्जी मंडी में सब्जियों के दाम तेजी से नीचे गिर रहे हैं। लेकिन इसका असर फुटकर मार्केट में नही दिख रहा है। शहर में तमाम जगहों पर लगने वाली सब्जियों की दुकानों पर दाम आसमान छू रहे हैं। आढ़तियों का कहना है कि यह सब मुनाफाखोरी की वजह से है। व्यापारी थोक मंडी से माल लेकर फुटकर में जाते हैं और कुछ किमी दूरी तय करने के बाद कीमत दो से तीन गुना तक बढ़ा देते हैं। लगभग यह रेट शहर की सभी फुटकर मंडियों में होता है जिसकी वजह से लोग महंगाई को कोसने लगते हैं।
केवल टमाटर है महंगा, बाकी सब सस्ताथोक मंडी में गुरुवार को केवल टमाटर महंगा था। बाकी सब्जियों के दाम काफी कम हो गए थे। थोक में टमाटर का रेट 50 रुपए किलो था। आढ़तियों ने बताया कि बारिश की वजह से लोकल टमाटर खराब हो गया है। इसलिए छत्तीसगढ़, नासिक और बंग्लुरु से टमाटर का आयात हो रहा है। यही कारण है कि टमाटर के दाम कम नही हो रहे हैं। फुटकर मंडी में यही टमाटर 80 रुपए प्रति किलो मिल रहा है।
इस तरह से आती है महंगाई
सब्जी मुंडेरा मंडी का रेट (रुपए प्रति किलो) फुटकर मार्केट का रेट
टमाटर 50 80
मटर 70 140
आलू 20 25
प्याज 15 35
कद्दू 12 30
गाजर 16 60
बैंगन 12 40
भिंडी 18 40
परवल 40 100
सिंघाड़ा 13 30
शिमला मिर्च 25 80
करेला 30 40
गोभी 8 रुपए पीस 35
पत्ता गोभी 10 रुपए पीस 25
मूली 10 20
हर जगह हावी है मुनाफाखोरी
आढ़तियों का कहना है कि बमुश्किल एक माह के भीतर टमाटर के दाम कम हो जाएंगे। दो दिन पहले भी टमाटर के रेट कम हुए थे लेकिन इसका असर फुटकर मंडियों में नजर नही आया। मुनाफाखोरों द्वारा तय किए गए दाम को पूरे शहर की फुटकर मंडियां फालो करती हैं। यही कारण है कि शहर में साल के बारह महीने सब्जियों का रेट औसत से अधिक रहता है। प्रशासन द्वारा इन पर लगाम लगाने के लिए ठोस कदम नही उठाए जाते हैं।
फलों के दाम में भी लगी है आग
एक ओर सब्जी की कीमत में महंगाई ने आग लगाई है तो दूसरी ओर फलों की मार्केट भी सहालग के चलते काफी महंगी होती जा रही है। बुधवार को सेब के रेट बीस रुपए अधिक हो गए। इसी तरह अनार और अंगूर के दामों में भी बढ़ोतरी हुई है। दुकानदारों का कहना है कि सहालग शुरू होते ही व्यापारियों ने दाम बढ़ा दिए हैं। जिसका असर फुटकर मंडी में दिख रहा है।
फल रेट (रुपए प्रति किलो)
सेब 120
संतरा 70
अंगूर 200
पपीता 50
अनार 150
अमरूद 40
कीवी 25 रुपए पीस
चीकू 150
शरीफा 100
केला 50 रुपए दर्जन
रामफल 200
मडी में टमाटर छोड़कर बाकी सब्जियां सस्ती हो गई हैं। लेकिन फुटकर मंडियों में मुनाफाखोरी की वजह से दाम कम नही हो रहे हैं। आने वाले समय सब्जियों के दाम और कम होंगे। मुनाफाखोरी रही तो जनता को इसका लाभ भी शायद ही मिले।
सतीश कुशवाहा, अध्यक्ष, मुंडेरा सब्जी मंडी
सहालग आते ही फलों के दाम बढ़ रहे हैं। थोक में फल महंगे मिलने लगे हैं। इसलिए हमें भी दाम बढ़ाने पड़े हैं। डिमांड बढऩे पर दाम और बढ़ सकते हैं।
विपिन कुमार, फल व्यापारी