प्रयागराज (ब्यूरो)। इस साल हुई पाचवें सेमेस्टर की परीक्षा में आईईआरटी में लगभग सौ छात्र-छात्राओं को फेल कर दिया गया। इन सभी का अंतिम ईयर था और कईयों का तमाम कंपनियों में सेलेक्शन हो चुका था। मैकेनिकल ब्रांच के 60 छात्र-छात्राओं की ईयर बैक लगी है। उनका कहना है कि इससे पहले कभी ऐसा नही हुआ। ऐसा पहली बार किया गया है। अब उनको संबंधित कंपनियां नौकरी भी नही देंगी। यह भी खराब हो गया है।
दो महीने हुई थी पढ़ाई, फिर करा दिया एग्जाम
छात्र-छात्राओं का कहना है कि कोरोना काल में कॉलेज बंद था। इसके बाद पांचवे सेमेस्टर में दो माह क्लासेज चली और फिर आफलाइन एग्जाम करा दिया गया। इसकी वजह से कई छात्र-छात्राओं की बैक और ईयर बैक लग गई है। फेल हुए स्टूडेंट्स में कईयों का जॉब प्लेसमेंट हो चुका है। ऐसे में उनकी नौकरी जा सकती है। इसलिए रि एग्जाम कराया जाए, उनका भविष्य बचाया जा सके। स्टूडेंट्स का कहना है कि हम पुन: एग्जाम देने को तैयार हैं।
जमकर हुआ था आंदोलन और तालाबंदी
रिजल्ट आने के बाद फेल हुए छात्रों ने जमकर हंगामा किया था। उन्होंने गेट पर तालाबंदी कर नारेबाजी की थी। उनका कहना था कि उनका फिर से एग्जाम कराया जाए। उनको साजिश के तहत फेल किया गया है। इससे सभी का भविष्य ,खराब हो जाएगा। इस दौरान एक छात्र ने अपने हाथ की नस भी काट ली थी। मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने छात्रों को समझा बुझाकर आंदोलन खत्म कराया था।
क्या लिखा है नोटिस में?
नोटिस में लिखा है कि संबंधित छात्र या छात्रा गेट पर तालाबंदी और धरना प्रदश्रन में सम्मिलित था। इससे कॉलेज का अनुशासन भंग हुआ है। इस वजह से उसे कॉलेज से क्यों न निष्कासित किया जाए। पैरेंट्स से नोटिस के जरिए कॉलेज में उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने को कहा गया है। नही आने की स्थिति में निष्कासन किए जाने की चेतावनी भी दी गई है। इसके बाद तमाम पैरेंट्स ने संस्थान के डायरेक्टर से मुलाकात भी की है। अब सोमवार को रि एग्जाम के मुददे को लेकर कॉलेज प्रशासन और स्टूडेंट्स के बीच फिर से मीटिंग होनी है।