प्रयागराज (ब्यूरो)। सर्वर डाउन होने का खामियाजा पिछले दो दिन उपभोक्ताओं ने भुगता है। इसकी वजह से उपभोक्ता अपना प्री पेड मीटर रिचार्ज नही करवा सके। ऐसे में बड़ी संख्या में लोगों को बिना बिजली रहने पर मजबूर होना पड़ा। कुछ व्यापारियों का कहना है कि रात में दुकान बंद करके घर जाने के बाद भी 40 से 50 रुपए तक कट जाते हैं। जब इसके बारे में बिजली विभाग के अधिकारियों को बताया तो वह उचित जवाब नही दे सके। यहां तक कि व्यापारी अपना इनवर्टर भी रात में आफ कर देते हैं फिर भी रिचार्ज में से पैसा कट जाता है। यह बात व्यापारियों की समझ से परे है।

बिल अधिक आने का आरोप

उपभोक्ताओं का कहना है कि प्रीपेड मीटर में अधिक पैसा कटता है, जबकि पुराने मीटर से आने वाला बिल कम होता है। उनका कहना है कि महज एक एसी, कम्प्यूटर और दो पंखा चलाने पर महीने में छह से सात हजार रुपए लगते हैं। जबकि पुराने मीटर के जरिए दो एसी चलाने पर इतना बिल आता है। बता दें कि नए मीटर को लेकर लगातार बिजली विभाग के पास ऐसी शिकायतें पहुंच रही हैं।

कर दिया मेंडेटरी, लगवाना होगा मीटर

बता दें कि बिजली विभाग की ओर से नव निर्मित अपार्टमेंट और दुकानों में नए कनेक्शन पर प्रीपेड मीटर ही लगाया जा रहा है। उपभोक्ताओं का कहना है कि इस मीटर को लगवाने में लंबा समय लग जाता है। 15 से 20 दिन में मीटर मिल पाता है। तब तक दिक्कत का सामना करना पड़ता है। लोग नए कनेक्शन के लिए विभाग के चक्कर काटते रहते हैं।

दो दिन से सर्वर डाउन होने से प्री पेड मीटर रिचार्ज नही हुआ। जिसके चलते कई व्यापारियों के यहां लाइट नही रही। इससे हमारा व्यापार प्रभावित हुआ। रात में अनावश्यक चार्ज कट जाता है। बिल भी अधिक आ रहा है। जिसकी शिकायत अधिकारियों से की गई है।

सुमंत, व्यापारी, कटरा

बहुत से लोग प्री पेड मीटर से परेशान हैं। इसमें कई कमियां हैं। बिल अधिक आता है। इसका निस्तारण भी नही होता है। नए अपार्टमेंट में भी कनेक्शन में यही मीटर लगाया जा रहा है। विभाग को इस ओर भी ध्यान देना चाहिए।

सुशील खरबंदा, अध्यक्ष, सिविल लाइंस व्यापार मंडल

हमारे पास तो ऐसी शिकायत नही आई है। जब आएगी तो निस्तारण किया जाएगा। जो लोग परेशान हैं उनसे अपील है कि आकर हमसे इसके बारे में बताएं।

राजीव कुमार सिंह, अधीक्षण अभियंता वितरण, बिजली विभाग