प्रयागराज ब्यूरो । गर्भवती की सुविधा के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से नई पहल शुरू की गयी है। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस पर गर्भवती माताओं के मुफ्त अल्ट्रासाउंड जांच के लिए जिले में पांच सेंटर अनुबंधित किये गए हैं। निजी केंद्रों पर फ्री अल्ट्रासाउंड कराने पर उनके ई रूपे बाउचर से मौके पर ही भुगतान कर दिया जाएगा। व्यवस्था के तहत अल्ट्रासाउंड कराने के बाद महिला केंद्र संचालक को ई-रूपे का बारकोड दिखाएगी। जिसे स्कैन करते ही जांच का पैसा सीधे केंद्र संचालक के खाते में पहुंच जाएगा।

जल्द ही नए सेंटर होंगे अनुबंधित

इस व्यवस्था के तहत जिले के नए सेंटर्स को भी योजना में शामिल किया जाएगा। आरसीएच नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ। सत्येन राय ने बताया कि प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप (पीपीपी) के तहत अभी जिले के पांच (कोरावं के एक, फूलपुर का एक व करछना के तीन) अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर गर्भवती की मुफ्त जांच हो रही है। जल्द ही और प्राइवेट अल्ट्रासाउंड सेंटरों को इसमें शामिल किया जाएगा। जननी सुरक्षा योजना (जेएसवाई) के तहत गर्भवती को सभी सेवाएं मुफ्त दी जाती हैं। प्रत्येक माह की नौ तारीख को जनपद के सभी स्वास्थ्य इकाई व 24 तारीख को जनपद के सभी आठ प्रथम एफआरयू सेंटर पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस मनाया जाता है।

डॉक्टर देते हैं जांच की सलाह

बता दें कि योजना के तहत स्त्री रोग विशेषज्ञ गर्भवती की समस्त प्रसवपूर्व जांच कर उनका उपचार करती हैं। गर्भवती को जरूरत के अनुसार खून की जांच व अल्ट्रासाउंड भी लिखा जाता है। अस्पतालों में मुफ्त अल्ट्रासाउंड की सुविधा न होने के कारण इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक नई व्यवस्था शुरू की गयी हैं। मैटरनल हेल्थ कंसल्टेंट अभिषेक त्रिवेदी बताते हैं कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस पर ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर उन गर्भवती का नाम, पता व मोबाइल नंबर जिले पर उपलब्ध कराएंगे, जिन्हें अल्ट्रासाउंड जांच लिखी गई है। इसके बाद जिला स्तर पर बनाकर ई-रुपे बाउचर बनाकर लाभार्थियों के मोबाइल पर भेज दिया जाएगा। ये बारकोड एक महीने तक मान्य रहेगा। 9 फऱवरी को संपन्न हुए सुरक्षित मातृत्व अभियान के दिन 171 बाउचर को रिडीम कर महिलाओं ने सुविधा ली हैं और शुक्रवार को आयोजित हुए अभियान में लगभग 131 बाउचर जनरेट किये गए।

गर्भवती माताओं के लिए यह महत्वपूर्ण सुविधा शुरू की गई है। इससे उनको निजी केंद्रों पर फ्री जांच का लाभ मिलेगा। उनको ई रूपे बाउचर दिया जाएगा जिसे स्कैन करने के बाद केंद्र संचालक को भुगतान हो जाएगा।

डॉ। आशु पांडेय, सीएमओ प्रयागराज