- मंडल में सबसे ज्यादा प्रयागराज में हुआ है चालान

- सार्वजनिक स्थानों पर थूकने वालों में फतेहपुर है अव्वल

प्रयागराज- शहर में कोरोना संक्रमण का तेजी से फैलना यूं ही नहीं था। इसके लिए खुद लोग जिम्मेदार हैं। आंकड़े भी इस बात की गवाही दे रहे हैं। मंडल में बिना मास्क घूमने वालों में सबसे ज्यादा कार्रवाई प्रयागराज में हुई है। ढाई लाख से अधिक लोग सड़कों पर बगैर मास्क मिले और इनका चालान पुलिस ने किया। वहीं सार्वजनिक स्थानों पर थूकने वालों में मंडल का फतेहपुर जिला आगे रहा। कोरोना काल एक और दो में दोनों जिलों की यह प्रगति जारी रही है। सबसे अहम कि कोरोना की दूसरी लहर जाने के बाद भी लोग नही मान रहे हैं। शहर में पुलिस ने मंगलवार को पुन: 160 लोगों का बिना मास्क चालान किया है।

कोरोना वायरस से नहीं लगता डर

कोरोना की पहली और दूसरी लहर मिलाकर शहर में सबसे ज्यादा बगैर मास्क वालों का चालान किया गया है। ऐसे लोगों की संख्या की 2 लाख 68 हजार से अधिक रही है। इन लोगों से 3 करोड़ 31 लाख से अधिक की राशि बतौर जुर्माना वसूली गई है। जबकि दूसरे नंबर पर प्रतापगढ़ जिला रहा है। यहां पर 51 हजार से अधिक लोग पिछले 14 माह से अधिक समय में बगैर मास्क मिले हैं। यही कारण रहा कि कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैला है। एक्सप‌र्ट्स का कहना है कि बिना मास्क घूमने की लोगों की प्रवृत्ति में बदलाव नही हा रहा है। जो कि घातक है।

इस मामले में सभ्य निकला प्रयाग

इसी तरह सार्वजनिक स्थानों पर थूकने के मामले में मंडल के फतेहपुर जिला सबसे आगे रहा। 2834 लोगों का ऐसा करते हुए पुलिस ने चालान किया है। जबकि प्रयागराज इस मामले में मंडल में सबसे अधिक सेफ रहा। लोगों के सभ्यता का परिचय देने से महज 85 लोगों का ही सार्वजनिक स्थानों पर थूकने पर पुलिस को चालान करना पड़ा। एक्सप‌र्ट्स का कहना है कि इस आदत से दो नुकसान हैं। पहला तो कोरोना संक्रमण फैलने के आसार होते हैं और गुटखा और पान खाकर थूकने से शहर की सड़के और दीवारे गंदी होती हैं।

किस जिले में कितने हुए चालान

जिला बिना मास्क चालान जुर्माना

प्रयागराज 268659 33195750

कौशांबी 36400 5459350

फतेहपुर 31932 3491810

प्रतापगढ़ 51647 5461100

योग 388638 47608010

जिला सार्वजनिक स्थान पर थूकने वाले जुर्माना

प्रयागराज 85 10500

कौशांबी 751 75800

फतेहपुर 2834 283700

प्रतापगढ़ 125 12500

योग 3795 382500

शहर में कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण की दर काफी अधिक हो गई थी। हजारों लोग बीमारी की चपेट में आए। इसका सबसे बड़ा कारण था बिना मास्क घूमना। इससे वायरस आसानी से एक से दूसरे में ट्रांसफर हो गया। अगर लोग प्रॉपरली मास्क लगाएं तो संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है।

डॉ। सतेंद्र राय, एसीएमओ स्वास्थ्य विभाग प्रयागराज