प्रयागराज ब्यूरो । महाकुंभ 2025 की भव्यता को बढ़ाने तथा आने वाले श्रद्धालुओं के अनुभव को और सुगम बनाने को लेकर प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने आईआईटी कानपुर की टीम को रिसर्च स्टडी करने के लिए आबद्ध किया है। जिसका एमओयू सितंबर 2024 के अंत तक हो जाएगा। इस रिसर्च स्टडी के अंतर्गत आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर्स की टीम अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग करते हुए मेला प्रबंधन को और बेहतर कैसे किया जा सकता ह,ै इस पर सम्बन्धित अधिकारियों एवं स्टेक होल्डर्स का मार्गदर्शन भी करेगी। इस संबंध में गुरुवार को पुलिस अपर महानिदेशक भानु भास्कर की अध्यक्षता तथा कमिश्नर विजय विश्वास पंत, मेलाधिकारी विजय किरन आनंद की उपस्थिति में एक बैठक का आयोजन किया गया।

क्या-क्या करेगी टीम

इस रिसर्च स्टडी के अंतर्गत आईआईटी कानपुर की टीम से पुलिस सिक्योरिटी एवं उनके डिप्लॉयमेंट प्लान्स, ट्रैफि़क एवं श्रद्धालुओं के मूवमेंट एक्सपीरियंस, मेले संबंधित सभी कार्यों की प्लानिंग, ऑर्गेनाइजेशन एवं प्रोजेक्ट मैनेजमेंट स्ट्रेटेजीज़ तथा मेले के सोशियो इकोनॉमिक इम्पैक्ट के बारे में रिसर्च कर रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। साथ ही यह टीम इन विषयों पर 5 कॉन्फ्र ंस, 5 वर्कशॉप्स, 10 एकेडेमिक जर्नल के साथ साथ एक अंतरिम एवं एक विस्तृत रिपोर्ट भी देगी।

बैठक में मेला अधिकारी ने आई ट्रिपल सी के सहयोग से पिछले कुंभ मेले में किये गये प्रयोगों तथा 2025 के दृष्टिगत अब तक बनाई गयी कार्ययोजना का प्रस्तुतीकरण भी किया। इसके अंतर्गत महाकुंभ 2025 हेतु बनाये जा रहे एआई चैट वॉट कुंभ-ई-मित्र की प्रगति के बारे में भी जानकारी दी गई जिसके अंतर्गत भारत सरकार द्वारा बनाए गए भाषिनी ऐप का प्रयोग करते हुए 22 भारतीय भाषाओं में संवाद करना संभव होगा। इस ऐप के माध्यम से स्पीच-टू-टेक्स्ट एवं टेक्स्ट-टू-स्पीच सर्च एवं संवाद भी संभव होगा। मेला प्रशासन पहले ही मेला क्षेत्र का गूगल मैप इंटीग्रेशन, सारे टेन्टेज एवं शौचालयों का आइसीटी बेस्ड मॉनिटरिंग तथा 4000 हेक्टेयर मेला क्षेत्र एवं 1800 हेक्टेयर पार्किंग लॉट का आई ट्रिपल सी के माध्यम से मॉनीटरिंग करने का प्लान बना चुका है। बैठक में पुलिस अपर महानिदेशक एवं कमिश्नर ने साइबर सेफ्टी एवं सिक्योरिटी के सम्बन्ध में टीम से एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने का भी अनुरोध किया जिससे यहां की सेफ्टी एवं सर्वेलन सिस्टम को और बेहतर बनाया जा सके।