प्रयागराज (ब्यूरो)। कोरोना वैकसीनेशन में प्रदेश में प्रयागराज का टारगेट सबसे ज्यादा रहा है। यहां 45 लाख लोगों को पहली डोज लगाई जानी थी, वहीं लखनऊ को 38 से 39 लाख लोगों को पहली डोज देनी थी। यही कारण था कि शुरुआत से राजधानी वैक्सीनेशन में प्रयागराज से आगे चल रही थी। बीच में दोनों शहरों के बीच वैक्सीनेशन का अंतर दस लाख से अधिक हो चुका था। इसके बाद एक तरह से प्रयागराज ने आगे निकलने की उम्मीद छोड़ दी थी।
एक माह में 18 बार मारी बाजी
रोजाना होने वाले वैक्सीनेशन में नंबर वन बनने का सिलसिला पिछले एक माह से चल रहा था। प्रयागराज ने एक माह के भीतर 18 दिन तक नंबर एक पर बनने का कीर्तिमान बनाया। इस दौरान कई बार ऐसा भी हुआ जब एक दिन में एक लाख से अधिक टीके की डोज दी गई। ऐसा होने से लगातार लखनऊ के करीब जिला पहुंच रहा था। रविवार सुबह से ही टोटल वैक्सीनेशन में नंबर वन बनने के कयास लगाए जा रहे थे। शाम 6 से 7 बजे के बीच अचानक प्रयागराज नंबर वन हो गया तो अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
अभी बाकी हैं चैलेंजेस
हालांकि प्रदेश में नंबर वन बने रहना आसान नही होगा। क्योंकि अभी चैलेंजेस बाकी हैं। लोगों को दूसरी डोज लगवाने के लिए मोटीवेट करना पड़ रहा है। इसके साथ ही बूस्टर डोज का आंकड़ा भी धीरे गति से चल रहा है। किशोरों के टीकाकरण में भी शुरुआत में गति धीमी थी जो अब रफ्तार पकड़ रही है। हमारे जिले में 4.17 लाख किशोरों को चिंहित किया गया है। इनको घर से केंद्र तक लाने में अधिकारियों का पसीना छूट रहा है। अभी तक किशोरों के पहली डोज के टीकाकरण का आंकड़ा शत प्रतिशत नही पहुंचा है।
रविवार को टीकाकरण स्टेटस
जिला रविवार को लगी डोज कुल लगी डोज
प्रयागराज 75500 6987928
लखनऊ 28812 6965983
आज का दिन हमारे लिए बहुत खुशी का है। 16 जनवरी से टीकाकरण चल रहा है। लेकिन अब जाकर हम नंबर वन हुए हैं। हालांकि लखनऊ बहुत अधिक पीछे नही है। इस उपलब्धि में स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम का योगदान है।
डॉ। तीरथ लाल, वैक्सीनेशन प्रभारी स्वास्थ्य विभाग प्रयागराज