प्रयागराज (ब्‍यूरो)। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी में प्रयागराज के धार्मिक, ऐतिहासिक स्थलों, प्राचीन व पौराणिक मंदिरों को एक स्थान पर संकलित किया गया है, जिससे मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुगणों एवं शहर के लोग प्रयागराज के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिंक स्थलों के महत्व के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते है। उन्होंने कहा कि इसी पण्डाल में 'तुलसी कथा रघुनाथ कीÓ प्रदर्शनी लगायी गयी है, जिसमें भगवान श्रीराम के जीवन से जुड़ी घटनाओं को क्रमबद्ध ढंग से चित्रित किया गया है। भगवान राम के जन्म, वन गमन से लेकर उनके अयोध्या लौटने तक की सभी महत्वपूर्ण घटनाओं को बहुत ही सुंदर चित्रों के माध्यम से दिखाया गया है। प्रदर्शनी में आने पर श्रद्धालुओं के मन में श्रद्धा का भाव जागृत होगा। यह प्रदर्शनी प्रयागराज के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक महत्व से सम्बंधित स्थलों तथा गोस्वामी तुलसी दास जी के द्वारा रचित रामकथा से सम्बंधित प्रसंगों के बारे में मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की जानकारी के लिए उपयोगी रहेगी।
धार्मिक स्थलों की मिलेगी जानकारी
उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी में प्रयागराज के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक स्थलों का एक स्थान पर संकलन होना प्रदर्शनी के महत्व को और अधिक बढ़ाता है। प्रदर्शनी में बड़े हनुमान जी, अक्षयवट, संगम, उल्टा किला, खुशरोबाग, श्रृंगवेरपुर धाम, मनकामेश्वर मंदिर, नौलखा मंदिर, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, आनंद भवन, जैन मंदिर, तारामण्डल, भारद्वाज मुनि, ललिता देवी, नागवासुकी मंदिर सहित अन्य धार्मिक, ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक स्थलों से सम्बंधित जानकारी दिये जाने हेतु चित्र प्रदर्शनी लगायी गयी है। कमिश्नर ने सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि इसी तरह से आगे भी कार्य करते रहे। इस अवसर पर उपजिलाधिकारी-मेला रेनू सिंह, जिला सूचना अधिकारी-इन्द्रमणि पाण्डेय, क्षेत्रीय प्रदर्शनी अधिकारी गगन यादव, अपर जिला सूचना अधिकारी राजेश कुमार राय सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित रहे।