प्रयागराज (ब्यूरो)।
आठ नवंबर तक फिर मिला समय
प्रयागराज को तीन चरण में कुल डेढ सौ इलेक्ट्रिक बसें मिलनी है।
पहले चरण में 50 इलेक्ट्रिक बसें आएंगी। 25 बसें रूट पर चलेंगी। 25 बसें चार्ज में लगी रहेगी।
नैनी में बन रहे चार्जिंग स्टेशन का काम बेहद स्लो स्पीड में चल रहा है।
सोमवार को दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट की टीम ने चार्जिंग स्टेशन का जायजा लिया तो मेन गेट की एंट्री का ही काम अधूरा मिला।
मेन गेट पर बाधा बने नाले की समस्या है। मात्र एक गेट पर काम चलाऊ मिट्टी डालकर रास्ता बना दिया गया।
दूसरा गेट का बड़ा नाला ऐसे ही बना हुआ था।
चार्जिंग स्टेशन पर इंटर लाकिंग, पार्किंग, पानी निकासी, लेवलिंग का काम तक अधूरा पड़ा है।
25 चार्जिंग प्वाइंट की जगह होना चाहिए। वहां सिर्फ बीस प्वाइंट ही दिखाई दिये।
पांच प्वाइंट की जगह बनाना अभी बाकि है।
चार्जिंग स्टेशन को पूरी तरह से बनाने के लिए आठ नवंबर तक फिर समय दिया गया है।
ग्रीन - गुड - न्यूनतम प्रभाव
हल्का ग्रीन - संतोषजनक - संवेदनशील लोगों को सांस लेने में मामूली तकलीफ
येलो - मॉडरेट - फेफड़े, दमा और हृदय रोग से पीडि़त लोगों को सांस लेने में तकलीफ
आरेंज - पुअर - लंबे समय तक एक्सपोजर पर ज्यादातर लोगों को सांस लेने में तकलीफ
रेड - वेरी पुअर - लंबे समय तक एक्सपोजर पर सांस की बीमारी
शहर में सोमवार की स्थिति
प्रयागराज एयर क्वालिटी मॉडरेट - येलो
इंडेक्स वैल्यू - 185
प्रोमिनेन्ट पोललुटेन्ट - क्करू 2.5
संख्या के आधार पर निगरानी स्टेशन - 3
एक्यूआई और रिजल्ट इफेक्ट
0 और 50 के बीच 'अच्छा
51 और 100 के बीच 'संतोषजनक
101 और 200 के बीच 'मध्यम
201 और 300 के बीच 'खराब
301 और 400 के बीच 'बेहद खराब
401 से 500 के बीच 'गंभीर
कोरोना से स्वस्थ होने वालों के फेफड़े प्रभावित हुए हैं। प्रदूषण का स्तर बढ़ा तो इन लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। प्रदूषण बढऩे से हवा में पीएम 2.5 और पीएम 10 की मात्रा काफी बढ़ जाती है। लंबे समय तक पीएम 2.5 कणों के संपर्क के रहने से वायु प्रदूषण से संबंधित जोखिम शरीर में पैदा होने लगता है। इस कारण से इंसान की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम हो जाती है।
अरूण गुप्ता, (बीएचएमएस)
चार्जिंग स्टेशन बनने का काम चल रहा है। बसों के संचालन की तिथि अभी फाइनल नहीं है। काम पूरा होने के बाद ही तिथि तय होगी। शुरुआत में पचास इलेक्ट्रिक बस मिलने की बात बताई गई है। एक बार में 25 बस चार्जिंग में लगाई जाएगी और 25 सड़कों पर दौड़ेगी।
टीके एस बिसेन क्षेत्रीय प्रबंधक, यूपीएसआरटीसी