थरवई में दम्पत्ति की हत्या के खुलासे से सामने आया सच

नारकोटिक्स टीम और थरवई पुलिस को बुधवार की सुबह मिली बड़ी कामयाबी

PRAYAGRAJ: गंदे कपड़े और बाल व टूटी चप्पल पहनकर शहद बेचने वाले दिखें तो सतर्क हो जाइएगा। क्योंकि ये न तो गरीब होते हैं और न ही शहद के सही व्यापारी। इस चेहरे और लिबास के पीछे छिपा शैतानी चेहरा भी होता है। अक्सर गांव के आसपास बाग बगीचों में डेरा डालकर रहने वाले ये लोग शातिर अपराधी भी होते होते हैं। दिन भर घूम-घूम कर शहद बेचने के नाम पर घरों की रेकी करते हैं। फिर रात के वक्त चिन्हित घरों में लूटपाट और हत्या जैसी वारदात को अंजाम देते हैं। नारकोटिक्स टीम और कौंधियारा पुलिस द्वारा गिरफ्तार छह बंजारे इस सच्चाई को कबूल किए हैं। पकड़े गए इन आधा दर्जन शातिरों में तीन वे भी शामिल हैं, जो 18 अगस्त 2019 को थरवई में लूट का विरोध करने पर दंपत्ति की हत्या कर दिए थे। एक क्षेत्र में वारदात को अंजाम देने के बाद ये ठिकाना बदल कर दूसरी जगह डेरा डाल लेते हैं।

गिरफ्तार अभियुक्तों का कबूलनामा

गिरफ्तार किए गए शातिर अपराधियों में चहवा उर्फ राजकुमार व मुसकी और आकाश निवासीगण चिलबिली थाना कुदरा जिला कैमूर बिहार, बुंदेला उर्फ सारंगी निवासी धरहा थाना बिहिया जिला भोजपुर बिहार, मोनू निवासी फाफामऊ एवं पुजारी पासी निवासी नई बस्ती फलवरिया थाना चुनार जिला मीरजापुर शामिल है। इस पूरे प्रकरण का एसपी गंगापार ने खुलासा किया। उन्होंने बताया कि नारकोटिक्स टीम प्रभारी महावीर सिंह उप निरीक्षक आशीष कुमार, उमाशंकर सिंह, हेड कांस्टेबल, मनोज कुमार सिंह, पन्ना लाल यादव, बिजेंद्र नाथ राय, कांस्टेबल सतोष कुमार यादव, अनुराग यादव, अतुल सिंह, अवनीश शर्मा अंगद सिंह के साथ वांछित अपराधियों की तलाश में थे। इस बीच उन्हें खबर मिली कि कौंधियारा के जोगनवी नेवारी गांव के पास बाग में कुछ बंजारे हैं। उनमें से कुछ किसी घटना को अंजाम देने की बात कर रहे थे। सूचना पर टीम प्रभारी कौधियारां थाने पहुंचे और प्रभारी निरीक्षक कुलदीप तिवारी के साथ बाग में पहुंच कर शातिरों को गिरफ्तार कर लिए।

2019 में किया था डबल मर्डर

पूछताछ में पकड़े गए सभी आधा दर्जन अभियुक्तों ने गुनाह कबूल किया। इनके जरिए टीम को बताया गया कि 18 अगस्त 2019 को थरवई के हसनपुर कोरारी गांव निवासी संतोष और उसकी पत्‍‌नी सीमा की हत्या गिरफ्तार किए गए चहवा उर्फ राजकुमार व बुंदेला और पुजारी पासी ने मिलकर की थी। इस घटना की बाबत तीनों ने बताया कि वे लूट के इरादे से संतोष के घर में घुसे थे। मगर, आहट होने पर वह और उसकी पत्‍‌नी जाग गई और विरोध करने लगी थी। इसी लिए उसकी हत्या कर दिए। इन सभी के खिलाफ इसके कौंधियारा, थरवई व औद्योगिक क्षेत्र में मिलाकर कुल एक दर्जन मुकदमे दर्ज हैं।

लाखों रुपये की ज्वैलरी बरामद

गिरफ्तार किए गए शातिरों के पास से पुलिस को सोने की 42 चेन और 40 अंगूठी, 44 झुमका, तीन हार, 11 मंगलसूत्र 18 कंगल, 26 बाली, 12 टप्स, चांदी की पायल 81, 21 बिछिया, 02 सुपारी, 02 नारियल, 14 बम, 03 चापड़, 05 पेचकस, 4000 रुपये नकद बरामद हुए हैं। बाताया गया कि पेचकस और चापड़ का प्रयोग अभियुक्त लोगों की हत्या में किया करते थे। पेचकस से वे तिजोरी व गेट के ताले को भी तोड़ा करते थे।

गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों ने बताया कि इनकी पूरी एक गैंग है। इस गैंग में कुल 11 लोग शामिल हैं। जिनमें से पांच अभी भागे हुए हैं। जिनकी तलाश में टीम जुटी हुई है।

धवल जायसवाल, एसपी गंगापार