प्रयागराज ब्यूरो पुलिस की कार्यप्रणाली किसी से छिपी नही है। यह सच तेलियरगंज के अंकुर की मौत के बाद सामने आ गया। जब परिजन चीख चीख कर पुलिस से अंकुर की हत्या की आशंका व्यक्त करते रहे और पुलिस इस घटना को एक्सीडेंट का नाम देती रही। आखिर में जब परिजनों ने सडक पर बॉडी रखकर विरोध जताया तो पुलिस जागी और गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया। हालांकि इस मामले में एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें एक युवक अगले 15 दिन के भीतर हत्या करने की बात कर रहा है। इस वीडियो को अंकुर की घटना से जोड़कर देखा जा रहा है।
मरणासन्न हाल में मिला था युवक
घटना 17 अक्टूबर रात की है। आधी रात को पिता मुन्ना लाल और बहन आयुषी अंकुर को फोन लगाते रहे। उसका फोन उठ नहीं रहा था। करीब सवा एक बजे एक सिपाही ने फोन रिसीव किया। सिपाही ने बताया कि अंकुर गंभीर रूप से घायल है। हम लोग उसे एसआरएन अस्पताल ले जा रहे हैं। आधी रात को यह सूचना अंकुर के घरवालों के लिए दिल दहला देने वाली थी। पिता और बहन भागकर एसआरएन अस्पताल पहुंचे। वहां अंकुर का हाल देख पिता और बहन के पैरों तले जमीन खिसक गई। पुलिस ने रोड एक्सीडेंट बताया था। परिजनों की माने तो जख्म बता रहे थे कि उस पर जानलेवा हमला किया गया है। आनन फानन में घरवाले उसे लोकसेवा आयोग के पास एक प्राइवेट अस्पताल ले गए। कुछ देर बाद वहां डॉक्टरों ने जवाब दे दिया। परिजन अंकुर को लखनऊ सहारा अस्पताल ले गए। वहां हाल में सुधार नहीं होने पर अंकुर को परिजन मेदांता ले गए। मेदांता में शुक्रवार रात अंकुर ने दम तोड़ दिया। शनिवार को पूरा दिन कागजी कार्रवाई और पोस्टमार्टम में गुजर गया। रात आठ बजे परिजन अंकुर की बॉडी लेकर टीबी कॉलोनी तेलियरगंज अपने घर पहुंचे।

तहरीर दी पर पुलिस ने नहीं सुनी
अंकुर की बहन आयुषी सिंह ने 18 अक्तूबर को शिवकुटी थाने में तहरीर दी। तहरीर में इमरान और देवेश का नाम है। इन दोनों पर जानलेवा हमले का आरोप लगाया गया है। इसके बाद भी शिवकुटी पुलिस ने जांच की औपचारिकता करने की कोशिश नहीं की। इस दौरान शुक्रवार की रात अंकुर की मौत हो गई।

पिता ने पूछा केस न दर्ज करने का कारण
शनिवार रात आठ बजे अंकुर की बॉडी लेकर परिवार वाले टीबी कॉलोनी घर पहुंचे। इसके बाद पुलिस पहुंची। हाईकोर्ट में पिता मुन्ना लाल ने पुलिस से तहरीर पर केस दर्ज नहीं होने का कारण पूछा। आरोप लगाया कि उनके बेटे की हत्या की गई है। इस पर पुलिस वालों ने बताया कि सड़क एक्सीडेंट हुआ था, मामले की जांच चल रही है। बातचीत के बाद पुलिस वापस लौट गई। इस मामले में जब पुलिस ने कोई एक्शन नही लिया तो मजबूरन एकलौते बेटे की बॉडी को रविवार को मुन्ना लाल ने तेलियरगंज में सड़क पर रखा। इसके बाद देखते ही देखते लोगों की भीड़ जमा होने लगी। सैकड़ों की भीड़ एक दूसरे से सवाल करती रही क्या हुआ। इस सवाल जवाब में यातायात प्रभावित हो गया। पुलिस पहुंच गई। पुलिस ने आनन फानन में केस दर्ज करने की हामी भरी तो मुन्ना लाल ने बेटे की बॉडी को उठाया और अंतिम संस्कार के लिए गए। पुलिस ने तहरीर के आधार पर इमरान और देवेश को नामजद किया है।

वीडियो भेजा गया दोस्तों को
मामले में एक आरोपित देवेश यादव ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया था। जिसमें पिस्टल हाथ में लेकर एक युवक कह रहा कि वह पंद्रह दिन में मर्डर कर जेल जाएगा। तहरीर में इस इंस्टग्राम वीडियो का भी जिक्र किया गया है।

अंकुर ओल्ड कैंट एरिया में घायल अवस्था में मिला था। घटना एक्सीडेंट की है। अस्पताल में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। घरवालों ने जो तहरीर दी उस आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। तहरीर में दो नामजद किए गए हैं।
संजय गुप्ता, थाना प्रभारी शिवकुटी