प्रयागराज (ब्यूरो)इस बार माघ मेला में ड्यूटी में होम गार्ड को मिलाकर करीब पांच हजार जवान लगाए गए हैं। इनके कंधों पर सुरक्षा की डबल जिम्मेदारी सौंपी गई है। पहला पब्लिक की सुरक्षा और दूसरी जिम्मेदारी खुद को सुरक्षित करने की है। शुरुआती दिनों में ट्रेनिंग के दौरान ही यह सारी बातें अफसरों द्वारा उन्हें बताई गईं। कैसे कोरोना से खुद के साथ पब्लिक को भी सेफ रखना है? यह सारी बातें बताई गई थीं। मेला शुरू हुआ तो श्रद्धालुओं की सुरक्षा में जवान कोरोना से अपनी सेफ्टी भूल से गए। परिणाम यह हुआ कि करीब 55 जवान कोरोना पाजिटिव हो गए। जांच में यह रिपोर्ट आने के बाद मेला पुलिस में हड़कंप मच गया। इस रिपोर्ट से कई तरह के सवाल लोगों के जेहन में सिर उठाने लगे। संक्रमित जवानों को इलाज के लिए हॉस्पिटलों में आईसोलेट किया गया। इलाज बाद 47 के लगभग जवान ठीक होकर वापस मेला पुलिस लाइंस पहुंचे। यहां उनकी आमद के बाद फिर ड््यूटी पर लगा दिया गया। इस बात से जवानों के जेहन में थोड़ी खिन्नता भी है। यह खिन्नता इस बात के लिए है कि ठीक होते ही उन्हें ड्यूटी पर तैनात कर दिया गया। कुछ दिनों तक आराम करने का भी मौका नहीं मिला। खैर, इन सब के बीच वह जवान मेला ड्यूटी को एक कोरोना से बचाव के लिए काम करने वाले गाइड की तरह काम कर रहे हैं। ठीक होकर ड्यूटी पर लौटे जवान पब्लिक के साथ साथी पुलिस कर्मियों को भी सजेस करने में जुटे हैं। वह सभी को बता रहे कि किस तरह से दिक्कत हो तो अपनी सेहत को लेकर लोग अलर्ट हो जाए। सिर्फ अलर्ट ही नहीं हों, बल्कि खुद को आईसोलेट करते हुए परहेज और उपचार दोनों शुरू कर दें। संक्रमित होने से लेकर ठीक होने तक का अनुभव वह ड्यूटी के दौरान पब्लिक से और साथी जवानों से भी शेयर करने में जुटे हैं।

कोरोना को ऐसे मात दिए जवान
कोरोना संक्रमित होने के बाद ठीक होकर लौटे जवान साथियों को बता रहे कि भीड़ को दो गज की दूरी बनाते हुए इशारे से कंट्रोल करें
ड्यूटी के दौरान मास्क का प्रयोग जरूर करें और खुली हुई चीजों का सेवन करने से बचें, प्रसाद के नाम किसी दूसरे की दी हुई चीजों का सेवन नहीं करें
सर्दी, बुखार और खांसी के साथ सिर व बदन में हल्का दर्द बना रहे और दवा लेने के बाद बुखार बार-बार आए तो बगैर हिचक कोविड जांच कराएं
इसी के साथ साथी जवानों व पब्लिक से तब तक दूरी बनाए रखें जब तक जांच रिपोर्ट नहीं जाय, रिपोर्ट निगेटिव आए तो ठीक
यदि कोविड की पाजिटिव रिपोर्ट आ जाए तो परेशान बिल्कुल नहीं हों, सीधे खुद को स्वयं से आईसोलेट करते करें, या हॉस्पिटल में एडमिट हो जाए
एडमिट हों या सेल्फ आईसोलेट हों, डॉक्टर की सलाह पर दवाएं और गुनगुने पानी के साथ काढ़ा आदि का सेवन जरूर करते रहें
हाथ को बराबर सेनेटाइज करें या साबुन से धुलते रहें, सफाई पर विशेष ध्यान दें फोन पर बातें कम करें सिर्फ आराम करते रहें और ताकत वाली चीजों का सेवन करें
वह यह भी बता रहे कि संक्रमित होने के बाद इस बात पर हमें ध्यान देना है कि शरीर में कमजोरी नहीं आने पाए, दिमाग में इस बात को लेकर टेंशन नहीं लाएं

मेला ड्यूटी के दौरान संक्रमित ज्यादातर जवान ठीक हो गए हैं। वह सभी ड्यूटी कर रहे हैं। केवल दस ही जवान शेष हैं जिनका इलाज चल रहा है। जल्द ही वह भी ठीक होकर आ जाएंगे।
राजीव नारायण मिश्रा, एसपी माघ मेला