-बेहोशी की हालत में जला दिया गया था युवती को

-फेफड़े में धुआं भरने से हुई थी मौत

-पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया सच

ALLAHABAD: धूमनगंज के पोंगहट एसटीपी में शनिवार रात गैंगरेप के बाद युवती के सिर पर भारी हथियार से हमला किया गया था। सिर की चोट से वह बेहोश हो गई थी तो दरिंदों ने उस पर मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगा दी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में युवती के मौत की वजह सिर की चोट और फेफडे़ में धुआं भर जाना बताया गया है। रेप की पुष्टि के लिए वेजाइनल स्वैब स्लाइड बनाई गई है। बॉडी काफी खराब हो जाने के कारण यह पता नहीं चल सका है कि आग कौन सा ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर लगाई गई थी।

रात में हुआ पोस्टमार्टम

युवती के पोस्टमार्टम के लिए पूरे दिन माथापच्ची चलती रही। बॉडी काफी खराब हो जाने के कारण मंगलवार रात ही पोस्टमार्टम कराने का फैसला किया गया। हालांकि, युवती की शिनाख्त अब तक नहीं हो सकी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी धूमनगंज पुलिस को नहीं मिली है। इंस्पेक्टर धूमनगंज महेंद्र सिंह देव का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

दो फैमिली पहुंची पोस्टमार्टम हाउस

अपनी बेटियों की तलाश में भटक रहीं दो फैमिली मंगलवार को धूमनगंज थाने की पुलिस के साथ पोस्टमार्टम हाउस पहुंची थीं। फोटो और बॉडी को देखने के बाद दोनों फैमिली ने राहत की सांस ली। दोनों फैमिली ने युवती की पहचान से इंकार कर दिया था।

पति के साथ निकली थी गायब हो गई

जो फैमिली अपनी बेटी की पहचान के लिए थरवई के गारापुर से पोस्टमार्टम हाउस पहुंची थी, वह काफी परेशान थी। उनकी फ्0 साल की बेटी सुमन क्7 जुलाई को पति शिव प्रकाश के साथ बाइक से पश्चिम शरीरा ससुराल के लिए निकली थी। वह आज तक ससुराल नहीं पहुंची। उसका पति भी गायब है। सुमन को झगडे़ के बाद फैमिली वाले वापस ले आए थे। बाद में पति उसे मानकर साथ ले गया था। परिजनों को उसके हत्या की आशंका है। सुमन केपिता शिवशंकर सिंह ने जब न्यूज पढ़ी तो फैमिली के साथ पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गए। उनकी छोटी बेटी को जली हुई युवती की फोटो दिखाई गई। छोटी बेटी ने कहा कि वह उसकी बहन नहीं है। परिजनों ने राहत की सांस तो ली लेकिन चिंता अभी कम नहीं हुई हैं।

गायब किशोरी के परिजन भी आए थे

झूंसी के बुढ़वा बाबा से ख्7 जून से गायब क्म् वर्षीय किशोरी के परिजन भी मंगलवार को पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। किशोरी के पिता, मां और भाई-बहन साथ थे। हालांकि, उन्होंने बॉडी देखने के बाद राहत की सांस ली। पिता का कहना है कि बेटी को बहला फुसलाकर कोई भगा ले गया है। झूंसी थाने में तहरीर दी लेकिन पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर उनको कॉपी नहीं दी। हालांकि कोर्ट की गाइड लाइन है कि क्8 वर्ष से कम उम्र के लड़के, लड़कियों के गायब होने पर गुमशुदगी की नहीं बल्कि किडनैपिंग की रिपोर्ट दर्ज की जाए।