प्रयागराज ब्यूरो । कई लोगों को शिकार बना चुकी लुटेरी दुल्हन के 'घूंघटÓ यानी नकाब को पुलिस ने उठा दिया है। चेहरे बेनकाब होने के बाद क्राइम की जो स्क्रिप्ट सामने आई, वह चौंकाने वाली है। इस गैंग के महिला व पुरुष मेंबर्स मिलाकर कुल नौ अभियुक्त नैनी पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए हैं। मासूम चेहरे और फरेबी अदा के झांसे में लेकर गैंग कई युवकों के परिवार को लूट चुका है। लुटेरी दुल्हन की किरदार अदा करने वाली महिलाओं के फर्जी मां, बाप और भाई तक का रोल प्ले करने वाले गैंग के मेंबर्स ही होते थे। शादी में दुल्हन के लिए गहने आदि दुल्हे के परिजन बतौर चढ़ाया दिया करते थे। विवाह बाद गैंग दुल्हन को बाकायदे विदा भी की किया करता था। रास्ते भर लुटेरी दुल्हन लोकेशन गैंग के दूसरे सदस्यों को भेजती रहती थी। पीछा कर रहे गैंग के गुर्गे रास्ते में रोकर उन्हें लूटने के बाद दुल्हन बनी गैंग की महिला छहरी काया वाली महिला को लेकर रफूचक्कर हो जाया करते थे। खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि गैंग का सरगना सुखलाल कौशाम्बी जिले का है।

ऐसे नैनी पुलिस को लगी गैंग की भनक
पश्चिम बेल्ट का एक परिवार इस गैंग का शिकार हुआ तो उसने शिकायत नैनी पुलिस से की। प्राप्त तहरीर के आधार पर केस दर्ज करके पुलिस इस गैंग की टोह में लग गई। तलाश के दौरान नैनी इंस्पेक्टर को मुखबिर से इस गैंग की लोकेशन मिल गई। पता चला कि गैंग के गुर्गे यमुनापुल के नीचे वाली रोड पर पुलिया के पास शादी का झांसा देकर मिलने के लिए बुलाया है। यह पता चलते ही उन्होंने उप निरीक्षक अमित कुमार द्विवेदी, धर्मेंद्र यादव, महिला उप निरीक्षक दिव्या कुमारी, नेहा चौधरी, कांस्टेबल रंजना यादव, मनीषा देवी, अजीत यादव, जयमेश कुमार मौके पर भेज दिया। टीम मौके पर पहुंची तो गैंग के गुर्गे पुलिस को देखते ही छिपने व भागने की कोशिश करने लगे। बताया गया कि टीम के जवानों ने दौड़ाकर महिला समेत गैंग के कुल नौ अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। खैर, अभियुक्तों की तलाशी ली गई तो उनके पास से पुलिस को एक सोने का मंगल सूत्र, हार, एक जोड़ी कान की बाली, चांदी की एक जोड़ी पायल व बिछिया और एक मोबाइल और पांच हजार ५०० रुपये बरामद हुए। पूछताछ में पता चला कि यह सारा सामान शादी का झांसा देकर गैंग द्वारा किए गए लूट का माल है। सभी अभियुक्तों को कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया गया है।

ऐसे शादी का गैंग डालता था 'दानाÓ
लुटेरी दुल्हन का गैंग युवकों की शादी के लिए लड़की दिखाने का झांसा देता था। शादी के लिए युवक व उसके परिजनों को मोटिवेट करके लड़की दिखाने के लिए बुलाते थे। पहुंचे परिवार को वह गैंग की छहरहरी काया वाली महिलाओं को बतौर वधू यानी लड़की बताकर दिखा दिया करते थे। चूंकि लड़के की शादी नहीं होने से परेशान परिवार को तत्काल किसी मंदिर में शादी के लिए राजी कर लेते थे। लड़की के लिए थोड़ा बहुत गहने की डिमांड भी उसकी मां, भाई या बाप का रोल प्ले करने वाले गुर्गे किया करते थे। लड़के का परिवार वह गहना और मंगलसूत्र आदि लेकर शादी के लिए मंदिर पहुंच जाता था। वहां दुल्हन के जोड़े में लुटेरी महिला हाथ में मेहंदी व महावर रचकर मौजूद होती थी। शादी बाद दुल्हन विदा होती थी। इसके बाद पीछा करके सूनसान स्थान पर सारा सामान लूटकर दुल्हन बनी महिला को लेकर सभी भाग निकलते थे।

गैंग के गिरफ्तार किए गए अभियुक्त
मोनू भारतीया पुत्र श्याम लाल निवासी नीवा थाना धूमनगंज
सौरभ प्रजापति पुत्र अर्जुन लाल प्रजापति निवासी जयरामपुर थाना धूमनगंज
आशीष भारतीया पुत्र संतोष भारतीया निवासी चकनिरातुल चकिया धूमनगंज
भानू पुत्र जय कुमार निवासी चकनिरातुल चकिया थाना धूमनगंज
काजल भारतीया पुत्र स्व। रामगोपाल भारतीया निवासी जयरामपुर गढ़वा धूमनगंज
मानसी शर्मा पुत्री स्व। रमेश शर्मा निवासी मर्दाबाद थाना पश्चिमशरीरा कौशाम्बी, हाल पता महिला ग्राम थाना धूमनगंज
गौरी पत्नी अर्जुन लाल भारतीया निवासी महिला ग्राम थाना धूमनगंज
सरोज पत्नी संतोष भारतीया निवासी चकनिरातुल चकिया चौफटका धूमनगंज
प्रीती भारतीया पत्नी गोरेलाल निवासी पीपलगांव थाना एयरपोर्ट शामिल हैं।



यह गैंग ज्यादातर पश्चिम बेल्ट के उन परिवारों को टारगेट करता था जिनके लड़कों की शादी किन्हीं कारणों से नहीं होती थी। गैंग के गुर्गे प्रयागराज ही नहीं कौशाम्बी तक फैले हुए हैं। गिरफ्तार नौ अभियुक्तों में चार पुरुष व पांच महिलाएं हैं। सभी को कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया गया है। कौशाम्बी निवासी सरगना की तलाश जारी है।
वैभव सिंह, इंस्पेक्टर थाना नैनी