प्रयागराज (ब्यूरो)। मतगणना के बाद भाजपा को मिली जीत से उत्साहित कार्यकर्ता बहरिया के नेवादा चौराहे से शनिवार को विजय जुलूस निकाल रहे थे। भाजपा नेताओं का आरोप था कि जुलूस पर कुछ लोगों ने पथराव व हमला कर दिया। इसमें घायल नेवादा गांव निवासी सतीश चौहान की मौत हो गई थी। मामले में मुबारकपुर निवासी भाजपा अनुसूचित मोर्चा के वरुणा मण्डल अध्यक्ष सुनील सरोज द्वारा पुलिस को तहरीर दी गई थी। थाने का घेराव धरने के बाद उनकी तहरीर पर पुलिस द्वारा थाने के नामजद दारोगा संजय यादव समेत दस लोग नामजद व 25 अज्ञात के खिलाफ गैर इरादतन हत्या, मारपीट व एससीएसटी समेत कई गंभीर धाराओं में मुकदमा लिखा गया है। इतना ही नहीं देर शाम रविवार को आरोपित दरोगा व बहरिया थाना प्रभारी सहित चार पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया था। नामजद होने के बावजूद पुलिस अब तक एक भी आरोपित को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। सोमवार को प्रकरण की जांच में जुटी पुलिस सीओ के नेतृत्व में नेवादा गांव पहुंची। गांव में घटना की बाबत कई लोगों से सीओ द्वारा पूछताछ की गई। नामजद आरोपितों के परिजनों से भी सवाल जवाब किए गए हैं। पुलिस का कहना हे कि आरोपित घर छोड़कर भागे हुए हैं। यदि इस बात पर यकीन कर लिया जाय तो प्रश्न यह है कि क्या वह नामजद दरोगा भी भागा हुआ है। पुलिस उसकी भी गिरफ्तारी नहीं कर पाई है। गांव के नामजद आरोपितों के तीन करीबियों को उठाकर पूछताछ किए जाने का दावा पुलिस द्वारा किया गया है। नामजद आरोपितों में से एक की भी गिरफ्तारी नहीं हो पाने से लोगों के बीच तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं। लोगों का मानना है कि आरोपित में एक दरोगा भी शामिल है इस लिए पुलिस गिरफ्तारी से कतरा रही है। जब तक जुलूस पर पथराव के पूरे साक्ष्य व सुबूत पुलिस के हाथ नहीं लगेंगे। इसी तरह आरोपित खुलेआम घूमते रहेंगे।

क्षतिग्रस्त बाइक मिलने का है दावा
मृतक सतीश चौहान के पिता नेवादा निवासी बाबूराम ने घटना के दिन ही पुलिस को लिखकर दिया था। तहरीर में कहा था कि उसके बेटे की मौत पथराव नहीं बल्कि एक्सीडेंट में हुई है। जबकि बाबूराम घटना के वक्त न तो बेटे साथ था और न ही मौके पर। ऐसे शुरू से ही यह प्रश्न उठ रहे थे कि फिर बाबूराम को एक्सीडेंट की बात कैसे पता चली थी। हालांकि घटना की तफ्तीश में जुटी पुलिस नामजद मुकदमा दर्ज होने के बावजूद सतीश चौहान की मौत को एक्सीडेंट ही मान रही है। अफसरों ने दावा तो यह भी किया है एक्सीडेंट में क्षतिग्रस्त वह बाइक भी बरामद कर ली गई है जिससे सतीश घर जा रहा था। बताया गया कि वह बाइक उसके दोस्त की थी। क्षतिग्रस्त बाइक उसके दोस्त के घर ही खड़ी है। बहरहाल पुलिस के यह दावे किसी के गले से नीचे नहीं उतर रहे हैं। दबी जुबान लोग कह तो यह भी रहे हैं कि पुलिस घटना को एक्सीडेंट की दिशा में ही लेकर जा रही है।

युवक जिस बाइक से था वह उसके दोस्त की थी। क्षतिग्रस्त बाइक उसके उसके दोस्त के घर पर खड़ी मिली है। पूछताछ में बताया गया कि सतीश इसी बाइक को लेकर गया था। हादसे की वजह से बाइक भी डैमेज हो गई है। चूंकि कई गैर इरादतन हत्या के केस में नामजद हैं। इस लिए पूरी पड़ताल की जा रही हैं।
अभिषेक अग्रवाल, एसपी गंगापार