प्रयागराज (ब्यूरो)। झूंसी के रहने वाले पवन कुमार पांडेय ऑन लाइन गेेम में फ्रॉड के शिकार हो गए। जब पवन को अपने रुपये वापस नहीं मिले तो उन्होंने झूंसी पुलिस से शिकायत की। जिस पर झूंसी थाने की साइबर टीम ने कार्रवाई करते हुए फ्रॉड कर ली गई रकम को बैंक एकाउंट में फ्रीज करा दिया। इसके बाद बुधवार को युवक को उसकी रकम वापस कराई गई।
ऑन लाइन गेम खेलता था युवक
झूंसी के आवास विकास कालोनी का रहने वाला पवन पांडेय ऑन लाइन गेम खेलता था। गेमिंग एप में बताया गया कि इसमें लगाई गई रकम दो गुना हो जाएगी। इस पर पवन ने 24 सितंबर से लेकर 14 नवंबर तक गेमिंग एप में दो लाख पांच हजार रुपये लगा दिया। पवन अपने रुपये दो गुना होने का इंतजार कर रहा था। मगर रुपये वापस नहीं आए तो पवन ने झूंसी थाने की साइबर टीम को इसकी जानकारी दी। थाना प्रभारी उपेंद्र प्रताप सिंह ने साइबर टीम के दारोगा अजीत यादव, कांस्टेबिल मनोज यादव और गीता यादव को मामले की जांच सौंपी। तीनों की टीम ने एक सप्ताह की कड़ी मशक्कत के बाद पवन के द्वारा ट्रांसफर की गई रकम को गेमिंग एप के बैंक एकाउंट मेें फ्रीज करा दिया। इसके बाद बुधवार को पवन के एकाउंट में दो लाख पांच हजार रुपया वापस आया। पवन और उसके परिवार वालों ने इसके लिए झूंसी पुलिस का आभार जताया है।
गेमिंग एप्स में रकम को दो गुना करने का लालच दिया जा रहा है। इस तरह की लालच में फंसने पर रकम डूबने से इंकार नहीं किया जा सकता है। लोगों को चाहिए कि वह ऑन लाइन रकम ट्रांसफर करने के पहले पूरी जानकारी कर लें।
उपेंद्र प्रताप सिंह, थाना प्रभारी झूंसी