प्रयागराज ब्यूरो । अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो, कोई न कोई सुराग छोड़ ही जाता है। ये डायलाग एक फिल्म का है। मगर उमेश पाल हत्याकांड में ये डायलाग फिट नहीं बैठ रहा। आखिरकार गुड्डू मुस्लिम को पकडऩे में पुलिस नाकाम हो गई। पुलिस को कोर्ट का सहारा लेना पड़ा। कोर्ट ने पुलिस की अर्जी पर कुर्की की नोटिस जारी की है। जिसे मंगलवार शाम को गुड्डू मुस्लिम के घर पर चस्पा किया गया।
उमेश पर चलाया था बम
24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या की गई थी। हत्याकांड में गुड्डू मुस्लिम ने बमबाजी की थी। कटरा के अरमान बिहारी के साथ बाइक पर आए गुड्डू ने सबसे पहले उमेश पर हमला किया था। एक के बाद एक कई बम फेंक कर गुड्डू ने इस कदर दहशत फैलाई कि उमेश के साथ रहे उसके दो सरकारी गनर भी दहशत में आ गए। बमबाजी के बाद उमेश पर गोलियां भी चलाई गईं। उमेश पर असद और अरमान बिहारी ने गोली चलाई थी। अपने मंसूबे में कामयाब होने के बाद अरमान के साथ बाइक से गुड्डू मुस्लिम भाग निकला था।
पुलिस ने घोषित किया पांच लाख का इनाम
पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड में शूटर अरमान, साबिर और गुड्डू पर पांच लाख का इनाम घोषित किया है। जबकि शाइस्ता परवीन पर पचास हजार का इनाम है। हाईकोर क्रिमिनल गुड्डू की तलाश में पुलिस न जाने कहां कहां गई मगर शातिर गुड्डू की परछाई को भी पुलिस पकड़ नहीं पाई। आखिरकार पुलिस को कोर्ट का सहारा लेना पड़ा। पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड में गुड्डू की फरारी को लेकर कोर्ट में अर्जी दी। जिस पर कोर्ट ने धारा 82 के तहत कुर्की की नोटिस जारी कर दी।
धूमनगंज पुलिस ने चस्पा की नोटिस
मंगलवार शाम को धूमनगंज पुलिस ने शिवकुटी थाना क्षेत्र के लाला की सराय में गुड्डू मुस्लिम के घर पर कुर्की की नोटिस चस्पा की। साथ ही डुगडुगी पिटवाई गई। लोगों को ताकीद किया गया कि कोई भी गुड्डू मुस्लिम की मदद न करे। गुड्डू मुस्लिम अगर थाने में या कोर्ट में सरेंडर नहीं करेगा तो उसके घर पर कुर्की की जाएगी।
भगोड़ा घोषित हो चुकी है शाइस्ता
माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को पुलिस सोमवार को भगोड़ा घोषित कर चुकी है। चकिया स्थित अतीक के ध्वस्त बंगले पर शाइस्ता के खिलाफ कुर्की की नोटिस चस्पा कर चुकी है। शाइस्ता के बाद अब गुड्डू मुस्लिम के घर कुर्की की नोटिस चस्पा की गई है।
अभी बाकी हैं चार किरदार
अभी उमेश पाल हत्याकांड के चार किरदार के खिलाफ कुर्की की नोटिस की कार्रवाई बाकी है। अशरफ की बीवी जैनब फातिमा, अतीक की बहन आयशा नूरी, शूटर अरमान और साबिर के खिलाफ भी नाकाम पुलिस के पास कोर्ट का ही सहारा बचा है।
पुलिस बड़ी या फिर अपराधी
उमेश पाल हत्याकांड में शुरुआत में जिस तरह से पुलिस ने तेजी दिखाते हुए नामजद शूटरों से मुठभेड़ लिया शहरियों को लगा कि अब अतीक के साम्राज्य का वाकई में अंत हो जाएगा। मगर ऐसा है नहीं। उमेश पाल हत्याकांड में कई किरदार ऐसे हैं जिन्होंने पुलिस की छीछालेदर कर दी। उमेश हत्याकांड में शामिल कई अपराधियों ने साबित कर दिया कि वाकई पुलिस का पाला जब बड़े अपराधियों से पड़ता है तो पुलिस के हाथ पांव फूल जाते हैं। उमेश हत्याकांड में पुलिस की टीमें दौड़ती रहीं लेकिन शाइस्ता, जैनब फातिमा, शूटर साबिर, शूटर अरमान और बमबाज गुड्डू मुस्लिम को पकड़ पाना मुश्किल हो गया। तेज तर्रार आईपीएस के निर्देशन में पुलिस की टीमें खाली हाथ ही लौटीं। और अब पुलिस को कोर्ट का सहारा लेना पड़ रहा है। ऐसा पुलिस क्यों कर रही है, ये सवाल हर शहरी की जुबान पर तैर रहा है।