प्रयागराज ब्यूरो । प्रयागराज में अपराधियों के खिलाफ ऐतिहासिक कार्रवाई करने वाले सख्त मिजाज पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा शनिवार को मोटिवेटर की भूमिका में नजर आए। ये पहला मौका है प्रयागराज के लिए जब पुलिस के किसी आला अफसर ने प्रतियोगी छात्रों के साथ संवाद किया है। पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने अपनी टीम के साथ प्रतियोगी छात्रों से संवाद कर उनकी शंकाओं का समाधान किया। कहा कि लक्ष्य की प्राप्ति में बाधाओं का आना स्वाभाविक है, मगर इन बाधाओं को पार करने वाला ही विजेता बनता है।
पुलिस लाइन में जुटे अफसर, छात्र
पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा की छवि बेहद सख्त और तेजतर्रार अफसर के रूप में है। मगर कहीं कहीं जज्बात हर इंसान के अंदर होते हैं और ऐसा ही देखने को मिला शनिवार को जब पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा मोटिवेटर के रूप में नजर आए। प्रयागराज कोचिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष डा.सीपी शर्मा के सहयोग से कई कोचिंग संस्थान के प्रतियोगी छात्र पुलिस लाइन सभागार पहुंचे। पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा के इस संवाद कार्यक्रम के लिए डा.सीपी शर्मा ने उन्हें और अन्य अफसरों को धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए डा.सीपी शर्मा ने कहा कि इस कार्यक्रम से छात्रों को ऊर्जा मिलेगी।
टाइम मैनेजमेंट पर करें फोकस
पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने कहा कि किसी भी प्रतियोगिता की तैयारी कर रहे छात्र को सबसे पहले टाइम मैनेजमेंट सीखना चाहिए। चौबीस घंटे में टाइम मैनेजमेंट से ही सफलता को आसान किया जा सकता है। कहा कि छात्रों को हमेशा तनावमुक्त रहना चाहिए। पुलिस कमिश्नर ने छात्रों के प्रश्नों के जवाब भी दिए। बताया कि वह इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के स्टूडेंट रहे हैं। मगर पिछले साल उन्होंने सोसियोलॉजी में एमए भी किया है।
असफलता से डरें नहीं सीखें
डीसीपी दीपक भूकर ने कहा कि छात्रों को असफलता से डरना नहीं चाहिए। बल्कि सीखना चाहिए। इंग्लिश, मैथ, जीएस और रिजनिंग पर अच्छी पकड़ बनाकर परीक्षा में सफलता मिल सकती है। परीक्षा में अब ज्यादा समय नहीं मिलता, इसलिए पेपर देने समय टाइम मैनेजमेंट सीखना होगा। डीसीपी सिटी दीपक भूकर के अलावा डीसीपी श्रद्धा नरेंद्र पांडेय, एसपी पुष्कर वर्मा, डीसीपी अभिनव त्यागी ने भी परीक्षाओं की तैयारी को लेकर अपने अनुभव साझा किए.