- 121 साल में एथलेटिक्स में रचा इतिहास, इससे मिलेगी नई ऊर्जा

- अब इस खेल की तरफ बड़ी कंपनियों व सरकार का जाएगा ध्यान

प्रयागराज

भारत का राष्ट्रगान जब टोक्यो में गाया गया तो हर भारतीय के लिए वह गर्व का पल रहा। खेलों को प्रोत्साहित करने और सुविधाएं खिलाडि़यों को प्रदान करने का ही परिणाम है कि ओलंपिक में नीरज चोपड़ा के ऐतिहासिक गोल्ड मेडल जीता।

संगमनगरी में एथलेटिक्स कोच और खिलाडि़यों ने जीत की जानकारी मिलते ही मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में जश्न मनाया। सभी ने नीरज को जीत की बधाई दी। एथलेटिक्स कोच देवी प्रसाद का कहना है कि ओलंपिक में एथलेटिक्स में अब तक का यह पहला गोल्ड मेडल है। अब सरकार और बड़ी कंपनियों का ध्यान इस खेल की तरफ जाएगा। युवा खिलाडि़यों का भी रुझान बढ़ेगा और वह उत्साह से खेलेंगे। इससे भविष्य में देश के लिए ज्यादा मेडल आएगा।

भारतवासी का सिर गर्व से ऊंचा - फोटो

पूर्व अंतरराष्ट्रीय बास्केटबाल खिलाड़ी आरएस बेदी का कहना है कि नीरज ने भाला फेंक में भारत को स्वर्ण पदक दिलाकर दुनिया में हर भारतवासी का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया। उम्मीद जताई की आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलों में इसी तरह के उत्साहवर्धन परिणाम आते रहेंगे।

एसीए ने जताई खुशी

इलाहाबाद क्रिकेट एसोसिएशन ने नीरज चोपड़ा को स्वर्ण पदक मिलने पर खुशी जताई है। एसोसिएशन के रिसीवर डॉ सुनील वर्मा के आवास पर हुई बैठक में वीडियो कॉल से ऑनलाइन शामिल हुए एसीए के संयोजक ताहिर हसन व कोऑíडनेटर आरपी भटनागर ने कहा कि टोक्यो ओलंपिक में एक सोने की कमी थी, वह भी नीरज चोपड़ा ने पूरी कर दी। डॉ वर्मा ने स्वर्ण पदक जीतने की खुशी में सभी को मिठाई खिलाई। सुनीलदत्त कौटिल्य, डॉ अनुराग वर्मा, अनुराग श्रीवास्तव, अखिलेश त्रिपाठी, सोमेश्वर पांडेय, मोहम्मद आसिफ, धीरज अवस्थी, राम मिश्र, प्रितेश सोनकर, रानू यादव आदि ने बधाई दी।