प्रयागराज ब्यूरो । होली पर्व पर पानी की खपत और बर्बादी को लेकर जलकल विभाग सतर्क हो गया है। पर्व को देखते हुए विभाग रोज की तुलना पर पर्व पर 80 मिलियन लीटर पानी अधिक सप्लाई करेगा। इसका पूरा प्लान विभाग तैयार कर चुका है। इसी के साथ पानी की बर्बादी को रोकने के लिए विभाग लोगों को अवेयर भी कर रहा है। जल संरक्षण के प्रति लोगों को अवेयर करने की जिम्मेदारी जोन कार्यालयों को सौंपी गई है। त्योहार पर पानी की कमी नहीं हो इसके लिए सप्लाई की टाइमिंग में भी चेंज किया गया है। यह एक्ट्रा सप्लाई ओर चेंज किया गया शेडयूल सिर्फ दो दिनों के लिए ही है। इसके बाद नार्मल-डे की तरह ही पानी की सप्लाई की जाएगी।
जल संरक्षण के लिए कर रहे अवेयर
शहरी इलाके में एक लाख 70 हजार 265 वाटर कनेक्शन है। हर रोज जिले में 402 एमएलडी यानी मिलियन लीटर पानी की खपत सिटी के अंदर हो रही है। होली पर्व पर पानी की बर्बादी अधिक होती है। लोग कलर खेलने से लेकर उसे छुड़ाने तक में हजारों लीटर पानी बर्बाद कर देते हैं। कई जगह तो सिर्फ पानी से ही लोग होली खेलते हैं। यही वजह है कि होली पर्व पर सबसे ज्यादा पानी बेवजह बर्बाद होता है। पानी को बर्बाद होने से बचाने के लिए लोगों को विभाग जागरूक कर रहा है। जोन कार्यालयों के जिम्मेदार लोगों को होली पर पानी बर्बाद नहीं करने की सीख दे रहे हैं। ऐसा अधिकारियों के निर्देश पर किया जा रहा है। इसी के साथ पर्व पर जलापूर्ति का मास्टर प्लान तैयार किया गया है। इसके तहत हर रोज की तुलना में होली पर करीब 80 मिलियन लीटर अधिक जलापूर्ति की जाएगी। विभागीय आंकड़ों पर गौर करें तो नार्मल दिनों में शहर के अंदर लगभग 402 मिलीयन लीटर पानी की खपत होती है। होली पर्व पर यह जलकल विभाग द्वारा 482 मिलियन लीटर कुल पानी की सप्लाई करेगा।
पानी सप्लाई की टाइमिंग और प्रेशर
होली पर्व पर सुबह पांच बजे से दोपहर 12 बजे तक पानी की सप्लाई का प्रेशर हाई होगा। जबकि 12 बजे से दो बजे तक यह लो प्रेशर में जलापूर्ति की जाएगी। तीन बजे से लेकर शाम छह बजे तक आपूर्ति ठप रहेगी। इस बीच पम्प एवं अन्य मशीनों को विभाग रेस्ट देगा। तीन घंटे रेस्ट के बाद शाम छह बजे से लेकर रात नौ बजे तक फिर हाई प्रेशर में लोगों को जलापूर्ति मिली जाएगी। इसके साथ ही विभाग के करीब 15 वाटर टैंकर भी अलर्ट मोड पर रखे जाएंगे। ताकि जरूरत पडऩे पर बगैर देर किए टैंकर से पानी की सप्लाई की जा सके।
ऐसे पानी बचाने का मंत्र दे रहा विभाग
होली पर्व पर लोग कोशिश करें कि अबीर गुलाब का यूज अधिक करें इससे पानी का यूज कम होगा
साथ ही लोगों को कल को छुड़ाने के लिए एक्स्ट्रा पानी की जरूरत बहुत अधिक नहीं होगा।
पानी को बाल्टी या टब में भर कर कलर छुड़ाएं, कलर छुड़ाते समय नकल को खुला नहीं छोड़ें
जरूरत पडऩे पर ही नल को ऑन करें, आसपास या मोहल्ले में कहीं नल खुला हुआ दिखाई दे तो बंद कर दें
यदि एक दो बाल्टी में काम चल जाय तो बेवजह उससे अधिक पान का यूज करके बर्बाद नहीं करें।
हर रोज की तुलना में होली पर्व पर पानी की सप्लाई अधिक की जाएगी। इसके लिए सारे इंतजाम किए जा चुके हैं। चूंकि पर्व दो दिनों तक मनाया जाता है इस लिए दोनों दिन पर्याप्त आपूर्ति दी जाएगी। कोशिश की जा रही है कि लोग पानी का दुरुपयोग कम करें।
शिवम मिश्रा, अधिशाषी अभियंता जलकल विभाग