पुणे गोरखपुर स्पेशल ट्रेन में रिश्तेदार को नाश्ता पहुंचाना व मिलना दो भाइयों को पड़ा महंगा

कोविड संक्रमण के खतरे को देखते हुए जंक्शन के प्लेटफॉर्म पर कॉमनमैन की इंट्री रोकने के लिए किया गया जतन लोगों को भारी पड़ने लगा है। शुक्रवार को दो भाई अपने एक रिलेटिव को नाश्ता पहुंचाने के लिए प्लेटफॉर्म पर पहुंचे तो रिपोर्टर से टकरा गये। उन्होंने बताया कि 90 रुपये मूल्य का नाश्ता पहुंचाने के लिए उन्हें सौ रुपये का प्लेटफॉर्म टिकट खरीदना पड़ गया है। इसके बाद रिपोर्ट ने प्लेटफॉर्म चेक किया तो पता चला कि रेट बढ़ाने का बड़ा असर पड़ा है। प्लेटफॉर्म पर पब्लिक गायब हो गयी है। सन्नाटे जैसा आलम है। लोग अपनो को रिसीव करने के जंक्शन के बाहर ही इंतजार करते दिखे।

50 रुपये का हो चुका है प्लेटफॉर्म टिकट

स्पेशल के नाम पर ट्रेनों के किराये में वृद्धि के बाद रेलवे ने प्लेटफार्म टिकट को भी महंगा कर दिया है। दस रुपये वाले प्लेटफार्म टिकट की कीमत पचास रुपये हो चुकी है। हालांकि, यह रेट 30 जून तक ही प्रभावी रहना है लेकिन त्योहार के सीजन के चलते मूव कर रहे लोगों के लिए यह भारी पड़ रहा है। प्लेटफॉर्म टिकट की चेकिंग भी बढ़ गयी है।

डरा रहा है जुर्माना का प्रावधान

प्लेटफॉर्म टिकट का रेट बढ़ाने के साथ ही रेलवे ने यह व्यवस्था भी लागू कर दी है कि टिकट न मिलने पर 250 रूपये जुर्माना के तौर पर वसूल किये जाएंगे। चालान कटने पर इतने से ही मुक्ति नहीं मिलने वाली है। साथ में पकड़े जाने वाले को जो आखिरी गाड़ी स्टेशन तक रुक कर जाएगी, उसके प्रथम स्टेशन से प्रयागराज जंक्शन तक का किराया भी भुगतान करना पड़ेगा। इसका डर लोगों में साफ दिखायी दिया। शुक्रवार को दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट ने जब प्लेटफार्म टिकट की ब्रिकी को लेकर रियलिटी चेक किया तो हकीकत सामने आ गई।

दिनभर में नहीं बिक रहे पचास टिकट

रेलवे अधिकारियों ने बताया कि पहले लोगों को 10 रुपये का प्लेटफार्म टिकट खरीदना पड़ता था। अब यह टिकट 50 रुपये का हो गया है। लॉकडाउन से पहले प्लेटफार्म पर जाने के लिए 400 से 500 लोगों द्वारा टिकट खरीदी जाती थी। लेकिन, कीमत 50 रुपये होने के कारण जरूरत के लोग ही टिकट खरीद रहे हैं। अब दिनभर में पचास टिकट भी नहीं बिक पा रहा है। अपनों को स्टेशन तक छोड़ने वाले लोग बाहर से वापस लौट जा रहे हैं। अब बिना प्लेटफार्म/यात्रा टिकट के किसी को भी स्टेशन परिसर में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है। टिकट चेकिंग स्टाफ की ड्यूटी प्रवेश और निकास द्वार सहित प्लेटफार्म पर ड्यूटी लगाई गई है। इसी के डर से दो भाई विक्की और बिट्टू गोरखपुर महोत्सव स्पेशल ट्रेन में एक रिश्तेदार को नाश्ता पहुंचाने के लिए नब्बे रुपये सामान खरीदा। उसके बाद ट्रेन तक पहुंचने व मिलने के लिए दो प्लेटफार्म टिकट लेना पड़ा। दो प्लेटफार्म टिकट सौ रुपये का पड़ा।

प्लेटफार्म पर भीड़ को कंट्रोल करने के लिए यह अस्थाई व्यवस्था लागू की गई है। जिनको भी रिश्ते निभाना है, वे लोग प्लेटफार्म के बारह ही निभाएं। बिना टिकट पाये जाने पर जुर्माना वसूला जाएगा।

अजीत कुमार सिंह

सीपीआरओ एनसीआर