प्रयागराज (ब्यूरो)।
12 विधानसभा हैं जिले में
169 प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे इन सीटों पर
53.77 प्रतिशत हुआ मतदान
5080 बूथ बनाये गये थे जिले में
4627545 मतदाताओं का नाम था लिस्ट में
शहर उत्तरी में सुबह नौ बजे तक सिर्फ 3.85 फीसदी वोटिंग
मतदान करने में सबसे फिसड्डी वोटर शहर उत्तरी के रहे हैं। इस बार भी वहां के लोगों फिसड्डी रहने का रिकार्ड बनाए रखे। सुबह नौ बजे तक यहां के 433 बूथों पर 3.85 प्रतिशत मतदान हुआ है। इस क्षेत्र में 442912 पढ़े लिखे लोग रहते हैं। शाम छह बजे तक इसमें से 40 फीसद भी मतदान करने नहीं निकले। यहां का मतदान प्रतिशत 39.56 प्रतिशत रहा। दूसरी ओर से फूलपुर में सुबह से शाम तक लोगों को उत्साह देखते ही बनता था। वहां पर सुबह नौ बजे तक 7.25 फीसद ही मतदान हुआ था लेकिन दिन चढ़ते के साथ लोग बूथ पर पहुंचने लगे। पोलिंग का टाइम ओवर होने के समय भी बूथों पर लाइन लगी हुई थी। छह बजे तक पोलिंग बूथ पर इंट्री ले लेने वाले सभी मतदाताओं को वोट डालने का मौका दिया जाना था। इसके चलते फूलपुर विधानसभा क्षेत्र के कई बूथों पर शाम सात बजे तक वोटिंग चलती रही।
5080 बूथ बनाये गये थे जिले में
मतदान के लिए जिले में कुल 5080 बूथ बनाए गए थे। किसी भी बूथ पर 1250 से अधिक मतदाताओं को वोट डालने की सुविधा नहीं थी। इसी रेशियो को मेंटेन करने के लिए चुनाव की प्रक्रिया घोषित होने के बाद चार सब मतदान केन्द्र बनाये गये थे। जिले में कुल 4627545 मतदाताओं को वोट देना था। सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ तो नौ बजे तक जिले भर में 6.94 प्रतिशत लोगों ने ही मतदान किया। दिन चढऩे के साथ ही मतदान का प्रतिशत बढ़ता रहा। 11 बजे तक 18.62 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया। इन दो घंटों में मतदान तेजी पकड़ा। शहर से लेकर गांव तक बूथों पर लाइन लगी रही। दोपहर एक बजे तक 30.37 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया। अधिकतर वोटर दोपहर को निकले। आसमान साफ था, धूप थी लेकिन कड़क नहीं। इसलिए मतदान की लाइन में खड़े लोगों को दिक्कत नहीं हुई। अपराह्न तीन बजे तक 43.57 प्रतिशत लोगों ने अपने अधिकार का प्रयोग किया। इसके बाद भीड़ कुछ कम हुई और पांच बजे तक 50.89 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया। मतदान छह बजे खत्म होना था। फूलपुर और यमुनापार के कुछ बूथों पर पब्लिक के लाइन में लगे होने के चलते मतदान की प्रक्रिया शाम सात बजे तक पूरी करायी गयी। शाम तक कुल 53.77 प्रतिशत लोगों ने मताधिकार का प्रयोग किया।
नहीं बढ़ा मतदान प्रतिशत
इस बार मतदान प्रतिशत ने फिर निराश किया है। मतदान प्रतिशत बढ़ाने की तमाम कोशिशों के बावजूद पिछले चुनाव का भी रिकार्ड नहीं तोड़ पाए। अब तक हुए चुनावों में सबसे सबसे अच्छा मतदान प्रतिशत 2012 में 55.04 था। उसके बाद 2017 में घटकर 54.14 प्रतिशत हो गया। इस बार उससे भी कम होकर 53.77 फीसद हो गया है। मतदान के प्रतिशत बढऩे के लिए चलाए गए तमाम जागरूकता अभियान फेल हो गए है।
सात सीटों पर घटा मत प्रतिशत
मतदान करने में फाफामऊ, फूलपुर, शहर पश्चिमी, शहर दक्षिणी और प्रतापपुर के लोगों ने जोश दिखाया। यहां पर पिछले चुनाव के मुकाबले मत प्रतिशत बढ़ा है। जबकि सोरांव, हंडिया, मेजा, करछना, शहर उत्तरी, बारा और कोरांव में मत प्रतिशत बढ़ा है।