डीन कालेज एंड डेवलपमेंट की पहल पर कुलपति ने दी स्वीकृति

लंबे समय से कमेटी के पाले में डाल दिया था इंक्रीमेंट का मसला

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के संघटक कालेजों में पीएचडी इंक्रीमेंट को आखिरकार मंजूरी दे दी गई है। इस मसले को लेकर लंबे समय से कालेज के शिक्षक संघर्ष कर रहे थे। कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने भी स्वीकृति प्रदान कर दी है।

शिक्षकों को नहीं मिल पा रहा था लाभ

इलाहाबाद महाविद्यालय शिक्षक संघ (आक्टा) के महासचिव अमित सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की गाइडलाइन के अनुसार विश्वविद्यालय अथवा कालेजों में नवनियुक्त हुए ऐसे शिक्षकों को मूल वेतन के अलावा एक साथ पांच इंक्रीमेंट दिया जाता है, जो पीएचडी उपाधिधारक हैं। जबकि, नियुक्ति के बाद पीएचडी की उपाधि हासिल करने वाले शिक्षकों को उपाधि हासिल करने वाली तिथि से तीन इंक्रीमेंट दिए जाने का प्रविधान है। हालांकि, इविवि के संघटक कालेजों के तमाम शिक्षकों को इसका लाभ नहीं मिल रहा था। ऐसे में आक्टा ने इसकी मांग उठाई। इस पर कार्यवाहक कुलपति रहे प्रोफेसर आरआर तिवारी ने इस मसले को कमेटी के पाले में डाल दिया और कोई फैसला नहीं लिया जा सका। नए कुलपति के तौर पर प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव की नियुक्ति हुई तो यह मामला फिर उठा। ऐसे में डीन कालेज एंड डेवलपमेंट प्रोफेसर पंकज कुमार ने कमेटी का गठन कर लंबे समय से लंबित इस मामले को सुलझा लिया। प्रोफेसर पंकज ने बताया कि कुलपति से अनुमोदन भी मिल गया है। इसे कालेजों को भेज दिया गया है।