प्रयागराज ब्यूरो अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की प्रारंभिक अर्हता परीक्षा ने अभ्यर्थियों को पूरी दुनिया का चक्कर लगवाया। एक नजर में पेपर पढऩे के बाद अभ्यर्थियों के होश गुम रहे। पर्चे में जीएसटी से लेकर मुगल सम्राट बाबर तक और यूनाइटेड किंगडम से लेकर संयुक्त राष्ट्र महासभा तक सवाल रहे। आजादी के आंदोलन को लेकर भी सवाल रहे।
जीएसटी भी बना सवाल
पीईटी के पेपर में कई सवाल ऐसे रहे जो वर्ष भर किसी न किसी रूम में चर्चा का कारण रहे। ऐसे में पीईटी के पर्चे में जीएसटी भी सवाल बना। सवाल था भारत में राष्ट्र व्यापी जीएसटी का विचार निम्नलिखित में से किसके द्वारा प्रस्तावित किया गया। इसके अलावा वर्ष 2023 के लिए 78 वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा की थीम का नाम बताएं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की तीसरी वर्षगांठ के जश्न के दौरान लॉन्च किए गए नव भारत साक्षरता कार्यक्रम की टैग लाइन क्या है। भारत में प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस किस दिन मनाया जाता है जैसे सवाल रहे।


उत्तर खोजने में दिमाग पर देना पड़ा जोर

- भारत के सर्वोच्च न्यायालय का उद्घाटन कब किया गया।
- राजस्थान पहला राज्य था जहां वर्ष 1959 में पंचायती राज व्यवस्था लागू की गई थी। इसे सबसे पहले राजस्थान के किस जिले में लागू किया गया।
- भारतीय संविधान में राज्य के नीति निदेशक सिद्धांत निम्नलिखित में से किस देश के संविधान से अपनाए गए।
- भारतीय संविधान के किस संशोधन ने लोकसभा और विधान सभाओं दोनों में एंग्लो इंडियन के नामांकन को समाप्त कर दिया है।
- कौन सा पेड़ मलेरिया के इलाज के लिए दवा प्रदान करता है।


पर्चे में आया प्रतापगढ़
पीईटी में प्रतापगढ़ पर भी सवाल आया। सवाल पूछा गया 1920 में उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में पहला किसान मार्च किसके द्वारा आयोजित किया गया। इसके चार विकल्प दिए गए। जवाहर लाल नेहरू, महात्मा गांधी, मोतीलाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल।


ग्राफ के सवाल ने उलझाया
प्रश्न संख्या 81 से 90 तक दस सवाल ग्राफ आधारित रहे। दो ग्राफ पर दस सवालों ने अभ्यर्थियों को उलझा दिया। जानकारों का कहना है कि ग्राफ के दस सवाल परीक्षा की पूरी मेरिट को प्रभावित करेंगे। जिन अभ्यर्थियों ने दोनों ग्राफ के दस सवालों के मैक्सिमम उत्तर सही दिए होंगे वे मेरिट में टॉप पर रहेंगे। इसी तरह 91 से प्रश्न संख्या 100 के दस सवाल भी बहुत टफ रहे। इनमें पहले पांच सवालों में आंकड़ों से उत्तर निकालना था। जबकि बाकी के पांच सवालों में परसेंटेज निकालने थे। ऐसे में बीस सवालों ने जोकि मैथ से जुड़े थे। अभ्यर्थियों को उलझाए रहे। तमाम छात्रों ने इन बीस सवालों में से कई के जवाब नहीं दिए।

पेपर में जीएस और रिजनिंग के सवाल काफी कठिन रहे। बाकी के अन्य सवाल ठीक थे। जीएस और रिजनिंग की वजह से पेपर ठीक नहीं हुआ।
राहुल पटेल, वाराणसी


जीएस के सवाल बहुत टफ थे। इतिहास से कई सवाल पूछे गए। आजादी आंदोलन पर भी सवाल रहे। संविधान से भी कुछ सवाल थे। पेपर बहुत टफ था।
लक्ष्मण, गाजीपुरपेपर बहुत अच्छा हुआ। मैंने पूरी तैयारी की थी। रिजनिंग और मैथ के सवाल थोड़ा टफ थे। कई सवाल समय के अभाव में हल नहीं कर पाया। मैथ, रिजनिंग के लिए स्पीड बढ़ानी होगी।
अजय कुमार, गाजीपुरफोटो है
मैथ के सवाल बहुत कठिन रहे। दस सवाल ऐसे थे। जिनको हल करने में समय लगा। मैथ की वजह से मेरिट बहुत हाई रहेगी। कई सवाल समझ नहीं आए।
अविनाश, वाराणसी


जीएस के सवाल ने बहुत उलझाया। इतिहास और आजादी आंदोलन के सवाल को लेकर बहुत तैयारी नहीं थी। जिसकी वजह से दिक्कत हुई।
विजय बहादुर, गाजीपुर

34 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने छोड़ी परीक्षा
अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की रविवार को दूसरे दिन हुई प्रारंभिक अर्हता परीक्षा में 34 प्रतिशत अभ्यर्थी शामिल नहीं हुए।


50592 अभ्यर्थियों को शामिल होना था परीक्षा में।
25659 छात्रों ने छोड़ दी परीक्षा।
10 बजे सुबह शुरू हुई प्रथम पाली की परीक्षा।
3 बजे दोपहर में शुरू हुई दूसरी पाली की परीक्षा।
2 घंटे का रहा दोनों पाली में पेपर।
54 केंद्रों पर आयोजित की गई परीक्षा।
3 जोनल मजिस्ट्रेट करते रहे निगरानी।
18 सेक्टर मजिस्ट्रेट ने किया क्वार्डिनेट।
66 स्टेटिक मजिस्टे्रट करते रहे भ्रमण।


प्रदेश में 35 जनपदों में हुई परीक्षा
अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने प्रदेश के 35 जिलों में प्रारंभिक अर्हता परीक्षा कराई। परीक्षा 1058 केंद्रों पर आयोजित की गई। रविवार को दूसरे दिन भी हुई परीक्षा में कुल 1003768 में से 631326 अभ्यर्थी गैर हाजिर रहे। परीक्षा केंद्रों पर 27 सॉल्वर पकड़े गए।