प्रयागराज ब्यूरो । मेरे दूध का कर्ज लौटा दो, मुझे शांति से अपना जीवन गुजार लेने दो। ये फरियाद है एक बूढ़ी मां की। गीता देवी अपने एकलौते बेटे की हरकतों से परेशान हैं। बेटे ने जब परेशान करना शुरू किया। मारनापीटना शुरू किया तो गीता देवी ने अपना मकान किराएदार रहे संतोष को दे दिया। इस खुन्नस में बेेटा अब अपनी मां की जान का दुश्मन बन गया है। थकहार कर गीता देवी ने अपने बेटे और अन्य के खिलाफ केस दर्ज कराया है। अतरसुइया पुलिस ने तहरीर के आधार पर बेटे, उसकी पत्नी और अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
ये है मामला
लोहिया पांडेय का हाता के रहने वाले रामचरण गुप्ता और उनकी पत्नी गीता देवी के एकलौता बेटा पंकज गुप्ता है। घर में कोई सुख सुविधा की कमी न होने का नतीजा रहा कि पंकज की सोहबत बिगड़ गई। रामचरण को लगा कि शादी हो जाने के बाद बेटे की आदतों में सुधार हो जाएगा सो उन्होंने बेटे की शादी कर दी। मगर इसके बाद भी उसकी हरकतों में सुधार नहीं हुआ। इस बीच रामचरण की मृत्यु हो गई। गीता देवी अकेले रह गईं। बेटे की हरकतों में इजाफा हो गया। वह अपनी मां के साथ मारपीट करने लगा।
किराएदार को दे दिया मकान
गीता देवी के मकान में संतोष कुमार किराएदार थे। किराए पर रहने दौरान संतोष ने रामचरण और गीता की गाहे बगाहे सेवा की। जिस पर गीता देवी ने बेटे को अपनी संपत्ति से बेदखल कर दिया और किराएदार रहे संतोष को मकान दे दिया। गीता देवी संतोष के साथ उनके मकान में रहने लगीं। गीता देवी ने अपने मकान में ताला बंद कर रखा था। 27 मई की रात बेटा पंकज गुप्ता अपनी पत्नी नीतू और साथियों के साथ मकान का ताला तोड़कर उसमें घुस गया। दूसरे दिन शाम को जब गीता देवी संतोष के साथ अपने मकान पर पहुंची तो बेटे पंकज ने मां के साथ मारपीट किया। जिस पर गीता देवी ने अतरसुइया थाने में बेटे पंकज गुप्ता और बहू नीतू एवं अन्य अज्ञात के खिलाफ तहरीर दी। अतरसुइया पुलिस ने तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर लिया है।