प्रयागराज ब्यूरो । कुंभ मेला के प्रस्तावित निर्माण कार्यों के स्थलीय निरीक्षण करने कमिश्नर विजय विश्वास पंत शुक्रवार को एसआरएन अस्पताल पहुंचे। उन्होंने अस्पताल परिसर में जाम नालियों और मच्छरों को पनपता देख नाराजगी जताई। उन्होंने कार्यदायी एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए। इसके अलावा उन्होंने मच्र्युरी के बगल डायग्नोस्टिक सेंटर के निर्माण के लिए ङ्क्षचहित जमीन पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि इसे यहां न बनाकर बेसिक शिक्षा विभाग के अधीन जमीन पर बनाया जाएगा।

खाना खाकर परखी क्वालिटी

इसके बाद कमिश्नर ने एसआरएन की कैंटीन में मरीजों के लिए बन रहे खाने की गुणवत्ता को चेक किया। उन्होंने कहा कि इसमें नमक मिर्चा कम क्यों है? इस पर बताया गया कि मरीजों के खाने में यह कम डाले जाते हैं। इस बीच उन्होंने निर्माणाधीन बर्न यूनिट का निरीक्षण किया। बताया गया कि 100 बेड का वार्ड भी भविष्य में बनाएंगे। इस पर सवाल किया कि बर्न मामलों में कितने मरीज औसत आते हैं। कहा कि इसे 26 बेेड का ही रखें। कालेज प्रशासन ने उन्हें यह भी बताया कि बेड ज्यादा हो जाएंगे तो यहां प्लास्टिक सर्जरी भी की जा सकती है।

गोबर गली से बनाई मुख्य रास्ता

कमिश्नर ने अस्पताल के पीछे साइड गोबर गली वाले गेट के रास्ते को भ्ीा देखा। उन्होंने कहा कि मच्र्युरी का रास्ता इस गेट से किया जाना चाहिए। पंजीकरण केंद्र और प्रतीक्षालय के ऊपरी तल पर दो तल का भवन बनाकर उसमें ओपीडी संचालित कराने की योजना है। कमिश्नर ने इस स्थान के विकास कार्य के लिए हामी भरी। गोबर गली से कमिश्नर एक झोला छाप हड्डी रोग विशेषज्ञ के यहां पहुंच गए। उसकी डिग्री के बारे में पूछा। संतुष्ट न होने पर सीएमओ डा। आशू पांडेय से कहा कि ऐसे अवैध क्लीनिक संचालकों के खिलाफ विधिक कार्रवाई करें। मंडलायुक्त मनोहरदास नेत्र चिकित्सालय भी पहुंचे। वहां प्रस्तावित पंजीकरण केंद्र, प्रतीक्षालय और कैंटीन के लिए ङ्क्षचहित स्थानों का निरीक्षण किया। साथ में एडीएम कुंभ दयाराम और प्रिंसिपल प्रो। एसपी सिंह उपस्थित रहे।