परेड ग्राउण्ड में पांच हजार दिव्यांगों को बांटे गए कृत्रिम अंग व उपकरण

ALLAHABAD: समाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार के एडिप योजना के अन्तर्गत दिव्यांगों को कृत्रिम उपकरण बांटे गए। जिन्हें उपकरण नहीं मिले, उनका पंजीकरण किया गया ताकि उन्हें बाद में लाभ पहुंचाया जा सके।

ये उपकरण खास

स्मार्ट फोन : दृष्टिबाधित दिव्यांगों के लिए एलिम्को की ओर से विशेष रूप से स्मार्ट फोन तैयार कराया गया है। भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम के महाप्रबंधक विपणन ले। कर्नल पवन कुमार दुबे ने बताया कि स्मार्ट फोन की खासियत है कि इसे ऑन करते कोई भी एप्लीकेशन टच करने पर वह आवाज के जरिए उसकी जानकारी देगा। स्क्रीन को दो बार लगातार टच करते ही अप्लीकेशन काम करने लगेगा। मैसेज आने पर भी वाइस के जरिए फोन पूरा मैसेज पढ़कर सुनाएगा। ये फोन सबसे अधिक स्टूडेंट्स के लिए फायदेमंद है। फोन में कोर्स डाउनलोड करने के बाद ऑन करते ही चैप्टर वाइज सभी चीजें सुनाई पड़ेंगी।

स्मार्ट केन : कर्नल पवन कुमार ने बताया कि इसमें लगा सेंसर तीन मीटर की दूरी से आने वाली बाधा कैच कर वाइब्रेट करने लगेगा। केन पकड़ने वाले को बाधा की जानकारी हो जाएगी और वह आसानी से अपना रास्ता बदल लेगा।

इससे काफी मदद मिलेगी। ट्राइ साइकिल के कारण रोजमर्रा के काम आसानी से पूरे होंगे। अब जहां मन होगा चल देंगे, किसी का मुंह नहीं ताकना पड़ेगा।

महेन्द्र कुमार

अब बाजार कहीं भी आने-जाने में कोई दिक्कत नहीं होगी। अभी तक कहीं भी जाने के लिए दूसरों पर आश्रित रहना पड़ता था। कई बार लोग बहाना या आनाकानी भी करते थे।

इन्द्रभान

स्कूल और कोचिंग जाने में आसानी होगी। अभी तक घर से किसी को साथ ले जाना पड़ता था, फिर वही वापस लेने भी आता था। अब इसके लिए दूसरों पर आश्रित नहीं रहना होगा।

राहुल यादव