प्रयागराज (ब्यूरो)। शनिवार दोपहर सेल टैक्स का सचल दस्ता जीरो रोड बस अड्डा से बहादुरगंज रोड पर सर्वे करने गया था, जिसकी भनक लगते ही व्यापारियों ने दुकानें बंद कर दीं। इसके बाद सचल दल सीधे चक बहादुरगंज पहुंचा, यहां पर भी यही हुआ। धीरे-धीरे यह सूचना जंगल में आग की तरह फैल गई और संपूर्ण चौक इलाके में बंदी जैसा माहौल हो गया। शाम छह बजे तक हालात सामान्य नही हो सके थे। तमाम व्यापारियों ने रात तक अपनी दुकानों पर ताला लगाए रखा।
साहब मोबाइल लिंक नही था
शनिवार दोपहर जीएसटी विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर अखिलेश कुमार एवं डिप्टी कमिश्नर जय सिंह चक बहादुरगंज क्षेत्र में सर्वे छापा की कार्रवाई करने गए थे। उन्होंने एक व्यापारी से जीएसटी पंजीयन न होने का कारण पूछा। इस पर उसने बताया कि आधार का मोबाइल नंबर से लिंक नही हुआ है। जैसे होगा पंजीयन करा लेंगे। मामले की जानकारी होने पर प्रयागराज जिला/महानगर उद्योग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष अनूप वर्मा एवं जिला कोषाध्यक्ष राजेश केसरवानी भी मौके पर पहुंचे। मौके पर व्यापारियों के अनुरोध पर टीम ने आश्वासन दिया आगे की कार्यवाही में व्यापार मंडल को सूचित कर की जाएगी।
छापेमारी पर व्यक्त किया आक्रोश
इस बीच छापे की कार्यवाही के विरोध में कांफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) का प्रतिनिधिमंडल एडिशनल कमिश्नर ग्रेड 1 प्रदीप यादव से मिला। व्यापारियों ने कहा कि टीम इस तरह से काम कर रही है जिससे व्यापारियों में दहशत व्याप्त है। व्यापारियों ने कहाकि सर्वे को गई टीम के कार्य से व्यापारियों में दहशत व्याप्त है। एडिशनल कमिश्नर ने प्रतिनिधिमंडल से कहा कि जो भी पंजीकृत व्यापारी हैं वह अपनी दुकान के बाहर अपना बोर्ड ऑफिस पर जीएसटी नंबर साफ शब्दों में लिखवा दें जिससे कि अधिकारी किसी भी संशय के आधार पर परेशान न करे। व्यापारियों में महेंद्र गोयल, मनोज अग्रवाल, अजय अग्रवाल, अजय गुप्ता, आलोक अग्रवाल, विभु अग्रवाल, सौरभ गुप्ता आदि शामिल रहे।
सूची में है जिनका नाम, उन पर हो रही कार्रवाई
सेल टैक्स के अधिकारियों के मुताबिक जिनका सूची में है उन पर ही कार्रवाई हो रही है। बाकी को डरने की जरूरत नही है। जिस दुकान का नाम सूची में है यदि मौके पर आप दुकान बंद रखेंगे तो अधिकारी दुकान का ताला सीज कर देंगे और नोटिस चस्पा कर देंगे। फिर व्यापारी को स्वयं निवेदन करना पड़ेगा जांच के लिए। प्रयागराज व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सुशांत केसरवानी ने बताया कि सूची में उनके नाम हैं जिन्होंने जबसे जीएसटी लगा तबसे कोई टैक्स नही जमा किया। केवल घोषित स्टॉक के आईटीसी से समायोजित किया जाता रहा है।