एक एनजीओ से जुड़ी महिला एक शख्स से बकरा को छुड़ाकर पहुंची थी थाने
बकरा लेकर जा रहे शख्स पर लगाया था पशु क्रूरता का आरोप, बनी विवाद की स्थिति
PRAYAGRAJ: सिविल लाइंस थाने में शनिवार देर शाम एक बकरे को लेकर कई घंटों तक पंचायत चली। थाने में बकरे पर चल रही पंचायत को सुन तमाम लोग जा पहुंचे। बात बनते न देख पुलिस द्वारा बकरा नगर निगम के सुपुर्द कर दिया गया। यह मामला रविवार को भी लोगों में चर्चा का विषय बना रहा।
नगर निगम को सौंपा गया बकरा
पत्रिका चौराहे से मो। समदानी नामक एक व्यक्ति पाला हुआ बकरा लेकर कहीं जा रहा था। रास्ते में उसे वंशिका ने रोक लिया। उसके बकरे को लेकर वह सिविल लाइंस थाने जा पहुंची। थाने पहुंची वंशिका ने खुद को एनजीओ से जुड़ी बताया। पुलिस के मुताबिक उसका तर्क था कि समदानी बकरे पर पशु क्रूरता कर रहा है। जबकि बकरा मालिक खुद का पाला हुआ बकरा बताता रहा। दोनों के बीच विवाद देख इंस्पेक्टर सिविल लाइंस समझाने में जुट गए। महिला हर्गिज बकरा समदानी के साथ जाने नहीं देना चाहती थी। दोनों में विवाद स्थिति को देख बकरे को लेकर पंचायत शुरू हो गई। करीब चार से पांच घंटे तक चली पंचायत के बाद भी बात किसी नतीजे पर नहीं पहुंची। ऐसे में इंस्पेक्टर द्वारा बकरा नगर निगम को सौंप दिया गया।
वंशिका खुद को एनजीओ से जुड़ी बता रही थी। उसका कहना था कि बकरे को लेकर जा रहा शख्स पशु क्रूरता के तहत गुनाह कर रहा है। जबकि बकरे को लेकर जाने वाला शख्स पाला हुआ घर का बकरा बता रहा था। काफी देर समझाने के बाद भी दोनों नहीं मानें तो बकरा नगर निगम को सौंप दिया गया।
रविन्द्र प्रताप सिंह, इंस्पेक्टर सिविल लाइंस