प्रयागराज (ब्यूरो)। कस्टडी रिमांड पर लेकर की गई पूछताछ के तीसरे दिन अतीक का पाकिस्तानी कनेक्शन सामने आया। अतीक अहमद और अशरफ के बताए अड्डे से पाकिस्तानी व इंडियन कारतूस के साथ पिस्टल भी बरामद की गई है। शनिवार रात करीब नौ बजे मौत के इन औजारों बरामदगी कसारी मसारी में बबलू के जंगल से की गई। इस सफलता के बाद उसके पुलिस अब पुलिस की उम्मीदें बढ़ गई हैं। पुलिस का मानना है कि उसके बताए ठिकानों से असलहों का और भी जखीरा बरामद हो सकता है। इसी लिए पूछताछ में जिन स्थानों के बारे में अतीक ने बताया वहां पर पुलिस की टीम द्वारा ताबड़तोड़ दबिश दी गई। कई जगह पुलिस अतीक और अशरफ को साथ लेकर दबिश दी। मगर इन स्थानों से पुलिस को खाली हाथ ही लौटना पड़ा। कानून की हर चाल से वाकिफ अतीक और अशरफ पुलिस को मात देने की हर कोशिश आजमाए जा रहे हैं। विदेशी कारतूस मिलने के बाद अब उसकी मुसीबतों का बढऩा तय है।
कई और ठिकानों पर दी गई दबिश
उमेश पाल हत्याकांड में अतीक और अशरफ को कस्टडी रिमांड पर लेकर पुलिस पूछताछ में जुटी है। सिर्फ पुलिस ही नहीं उन दोनों से एटीएस और एसटीएफ भी सवाल जवाब करने में दिमाग खपा रही है। एटीएस के जरिए अतीक के पाकिस्तानी कनेक्शन होने का शक जताया गया था। पूछताछ में एटीएस को अतीक के द्वारा दिए गए कुछ जवाब से टीम का शक यकीन में बदल गया था। हालांकि अतीक और अशरफ खुलकर अब भी किसी को बहुत सही और सटीक जानकारी नहीं दे रहे। तीनों तक चली पूछताछ में अतीक के जरिए कुछ अड्डों का जिक्र किया गया था। पुलिस के मुताबिक इसमें एक कसारी मसारी स्थित बबूल का जंगल भी शामिल था। सुबह के वक्त की गई पूछताछ में वह बताया था कि गुर्गे नाटे के जरिए वह इसी जंगल में असलहों को छिपा देता था। देर रात धूमनगंज थाना प्रभारी फोर्स के साथ कसारीमसारी बबूल के जंगल में जा पहुंचे। पुलिस के मुताबिक इसी जंगल के पास में अतीक के गुर्गे नाटे का भी घर है। पुलिस टीम जंगल में अंदर की तरफ बढ़ी तो एक खंडहर नुमान कमरा दिखाई दिया। रात के अंधेरे में पुलिस इस कमरे में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दी। कमरे के भीतर तलाशी के दौरान 58 कारतूस और दो पिस्टल पुलिस के हाथ लग गई। पुलिस के जरिए बताया गया कि बरामद 58 में पांच कारतूस पाकिस्तानी है। शेष सारी कारतूस इंडियन बताई गई। इतना ही नहीं कहा गया कि बरामद दो पिस्टल में एक विदेशी है। किस देश की है अब यह बात पता चलाया जा रहा है। पांच कारतूस से पुलिस का मानना है कि अतीक का पाकिस्तानी कनेक्शन साबित हो गया है। अतीक और अशरफ के बताए कई ठिकानों पर देर रात तक पुलिस दबिश देने में जुटी रही। कई जगह अतीक और अशरफ को लेकर भी पुलिस ले गई। हालांकि इन स्थानों से पुलिस को खाली हाथ ही लौटना पड़ा।
पूछताछ में अतीक के जरिए कसारी मसारी बबूल के जंगल में असलहों को छिपाने की बात बताई गई थी। उसकी बात पर यकीन करके दबिश दी गई तो पाकिस्तानी कारतूस और दर्जनों इंडियन कारतूस के साथ पिस्टल भी बरामद की गई।
राजेश कुमार मौर्य
थाना प्रभारी धूमनगंज