- संभावित तीसरी लहर से पहले 11 आक्सीजन प्लांट किए जा रहे स्थापित

- दो नए हॉस्पिटल हुए शामिल, प्राइवेट में प्लांट लगाने के सरकार के निर्देश

प्रयागराज- तीसरी संभावित लहर से पहले जिले में 11 नए आक्सीजन प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं। जिससे मरीजों की आक्सीजन की कमी से जान न जाए। इस बीच सरकार ने जिले के दो नए हॉस्पिटल को भी शामिल कर लिया है। यहां भी प्लांट लगाने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। वहीं सरकार ने निर्देशित किया है 50 बेड से अधिक क्षमता वाले प्राइवेट अस्पतालों में भी आक्सीजन प्लांट लगाए जाने हैं।

बिना आक्सीजन गई थी कई जानें

कोरोना की दूसरी लहर में बड़ी संख्या में लोग आक्सीजन की कमी से दम तोड़ चुके हैं। इसको देखते हुए सरकार ने सभी सरकारी अस्पतालों में आक्सीजन प्लांट लगाने का निर्णय लिया है। जिसके तहत आठ अस्पतालों में 11 प्लांट लगाए जाने का काम चल रहा है। इनमें से तीन जगह एक-एक प्लांट शुरू भी हो गया है। इसमें कोटवा एट बनी और होमियोपैथी मेडिकल कॉलेज में भी प्लांट लगाने को कहा गया है।

क्या वर्तमान स्थिति

हॉस्पिटल प्रस्तावित प्लांट संचालित क्षमता

एसआरएन अस्पताल तीन 1 3800 एलपीएम

बेली अस्पताल दो 0 2200 एलपीएम

टीबी हॉस्पिटल 1 1 432 एलपीएम

डफरिन हास्पिटल 1 0 1000 एलपीएम

भगवतपुर 1 0 300 एलपीएम

फूलपुर 1 1 300 एलपीएम

कोटवा 1 0 प्रस्तावित

होमियोपैथी मेडिकल कॉलेज 1 0 प्रस्तावित

यहां भी लगने वाले प्लांट

इतना ही नहीं दूसरी लहर के बाद सरकार ने निर्देशित किया था कि 50 बेड से अधिक क्षमता वाले प्राइवेट अस्पताल खुद से आक्सीजन प्लांट लगवा लें। प्रयागराज में 30 से 35 ऐसे अस्पताल या नर्सिग होम हैं जिनकी क्षमता 50 बेड से अधिक है। इनमें से कईयों में आक्सीजन प्लांट लगाने का काम शुरू हो चुका है तो कई जगह प्लांट स्थापित भी हो चुके हैं। गवर्नमेंट ने यह भी कहा था कि प्लांट नही लगवाने पर ऐसे अस्पतालों के लाइसेंस रिन्यूवल प्रक्रिया पर भी रोक लगाई जा सकती है।

सरकारी अस्पतालों में पूरी क्षमता के साथ आक्सीजन प्लांट शुरू करने की तैयारी चल रही है। प्राइवेट अस्पतालों में भी ओनर लगवा रहे हैं। सरकार भी चाहती है कि संभावित तीसरी लहर से पहले सभी जगह खुद के आक्सीजन प्लांट संचालित कर दिए जाएं। जिससे मरीजों को भर्ती होने पर उन्हें तत्काल आक्सीजन मिल सके।

डॉ। राहुल सिंह, नोडल व डिप्टी सीएमओ स्वास्थ्य विभाग प्रयागराज