शहर के कई और वे¨ल्डग दुकानदार पुलिस के रडार पर

संदिग्ध लोगों के मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगाकर की जा रही छानबीन

कोरोना काल में ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी करने के आरोप में गिरफ्तार तीनों अभियुक्तों को शुक्रवार शाम जेल भेज दिया गया है। इस गैंग का भंडाफोड़ होने के बाद शहर में वे¨ल्डग से जुड़े उपकरण बेचने वाले कई दुकानदार पुलिस को रडार पर आ गए हैं। उनके बारे में भी पुलिस व एडीजी जोन की सर्विलांस टीम जानकारी जुटा रही है। पुलिस का दावा है कि अभियुक्तों से पूछताछ में ऐसा पता चला है कि कुछ और शख्स हैं, जो कालाबाजारी में संलिप्त हो सकते हैं। लिहाजा उन संदिग्ध लोगों के मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लगा दिया गया है।

तीन को किया गया था गिरफ्तार

गुरुवार शाम कोतवाली पुलिस और जोनल सर्विलांस टीम ने एसओजी के साथ मिलकर ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी करने के आरोप में मीरापुर अतरसुइया के सुरेंद्र, खुल्दाबाद के अनूप यादव और भड़रा नैनी के बेलाल को गिरफ्तार किया था। उनके कब्जे से एक कार में रखे चार खाली व एक भरा हुआ ऑक्सीजन सिलेंडर बरामद हुआ था। पूछताछ में पता चला था कि आरोपित कोरोना संक्रमित मरीज के तीमारदारों को 20 से 40 हजार रुपये में एक सिलेंडर बेचते थे। इतना ही नहीं, अभियुक्त खाली सिलेंडर भी 15 से 20 हजार रुपये में बिक्री करते थे। तीन लोगों की गिरफ्तारी के बाद ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी से जुड़े लोगों में खलबली मची हुई है। सुरेंद्र की मानसरोवर के पास वे¨ल्डग की दुकान है, जिसकी आड़ में वह कालाबाजारी करता था। इसी आधार पर दूसरे दुकानदारों की गतिविधियों के बारे में पता लगाया जा रहा है। इंस्पेक्टर कोतवाली नरेंद्र प्रसाद का कहना है कि गिरफ्तार अभियुक्तों को जेल भेज दिया गया है। इनसे जुड़े अन्य लोगों के बारे में भी पता लगाया जा रहा है।