- विभाग से ओवरलोड से ट्रिपिंग का जवाब मिलने के बाद फिर से ट्विटर पर किया गया शेयर
- पब्लिक का एक ही सवाल आखिर ओवरलोड हो कैसे रहा
PRAYAGRAJ: एक तरफ जहां बिजली सप्लाई बेहतर बनाने की कवायद की जा रही है। वहीं दूसरी तरफ कई इलाकों में बिजली संकट अभी बना हुआ है। जिससे लोग काफी परेशान हैं। इसी समस्या को लेकर एक बार फिर से दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट ने खास कैंपेन 'अनलिमिटेड कट उमस से पब्लिक बेहाल' चला रही है। इस मुहिम की शुरुआत सोशल मीडिया व ट्विटर से शुरु की गई थी। जिसमें लोगों ने शहर से लेकर यमुनापार व गंगापार तक की चरमराई बिजली व्यवस्था के बारे बताया था। वहीं शनिवार को को लड़खड़ा रही बिजली व्यवस्था के पीछे अधिकारियों से मिले ओवरलोड से बढ़ रही ट्रिपिंग की समस्या विभाग बता रहा है। जिसपर पब्लिक द्वारा फिर से पूछा गया। बिजली चोरी रोकने के साथ विभाग सख्ती से कार्रवाई करें।
पब्लिक ने पूछे सवाल
बिजली व्यवस्था व ओवरलोड से हो रही ट्रिपिंग के लिए सबसे पहले विभाग के अधिकारियों को शहर में हो रहे चोरी-छिपे बिजली चोरी रोकने की जरूरत है।
अनिल कुमार सिंह, ट्विटर
विभाग ओवरलोड से बढ़ रही ट्रिपिंग की समस्या बता सकती है। इससे निजात कब मिलेगी। इस पर पूरी प्लानिंग तैयार करें ताकि जो समय पर सही बिल जमा करने वाले उपभोक्ता है। उनको दिक्कत न हो।
कृष्णा शर्मा, ट्विटर
करेली में अभी कुछ दिन पहले बाढ़ के समय एक कांग्रेस नेता द्वारा बिजली चोरी करने का सपोर्ट कर रहे थे। बकायदा चिल्ला-चिल्ला कर बता रहे थे। कटिया हटा लीजिए डीएम और एनडीआरएफ की टीम आ रही है। इसको दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट पेपर में प्रकाशित भी किया गया था। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।
कार्तिकेय श्रीवास्तव, ट्विटर
ओवरलोड से बढ़ रही ट्रिपिंग की समस्या विभाग बता रही है वह तो ठीक है। लेकिन कई जगहों पर विभाग ने खुद कम केवी के ट्रांसफार्मर लगा रखे है। जिसका लोड बढ़ाना जरूरी है। झलवा एरिया में कई मोहल्ले में कम केवी के ट्रांसफार्मर लगा है। जो कि अक्सर जल जाता है। इसपर पर विभाग ध्यान दें।
लवकुश, ट्विटर
जिले में लाइन लॉस की मुख्य वजह बिजली चोरी है। ग्रामीण क्षेत्र से शहर तक बिजली चोरी की अक्सर सूचनाएं प्राप्त होती है। जिसपर बराबर टीम कार्रवाई कर रही है। लोगों से भी अपील है कि बिजली चोरी करने से बचें इसके साथ ही विभागीय कार्रवाई से भी।
- विनोद गंगवार,मुख्य अभियन्ता प्रयागराज
हिटिंग से उड़ जाता है डीओ
एसडीओ विजय तिवारी बताते है कि गर्मी व बरसात के दिनों में बिजली गुल होने की सबसे बड़ी वजह ट्रांसफार्मर पर जरूरत से ज्यादा लोड है। हालांकि जिन एरिया में आईपीडीएस वर्क के तहत पावर सप्लाई हो रही है, वहां तो यह समस्या खत्म हो गई है। मगर शहर के आधे से ज्यादा एरिया में अभी भी ओवर हेड तारों से ही बिजली की सप्लाई है। इस सप्लाई के लिए जगह-जगह ट्रांसफार्मर लगाए गए है। इन ट्रांसफार्मर पर जब लोड बढ़ता है तो सबसे पहले इसमें फॉल्ट आता है। बिजली के लोड और तेज धूप लगने के कारण ज्यादा हिटिंग बढ़ने से इसके डीओ में फॉल्ट आता है। जैसे ही ट्रांसफार्मर ओवर हीट होता डीओ ब्लास्ट कर जाता है। इसे संबंधित एरिया की बिजली गुल हो जाती है। हालांकि विभाग की तरफ से इसे हिटिंग से बचाने के लिए ट्रांसफार्मर में लगातार ऑयलिंग होती रहती है।