इस मद में चार फीसद की होती है कटौती, 3.25 प्रतिशत देता है निगम
इसके बारे में विभाग को नहीं मुहैया कराई जाती जानकारी, कार्ड भी नहीं बने
नगर निगम के आउटसोर्स कर्मियों की ईएसआइ की कटौती होती है, लेकिन उन्हें लाभ नहीं मिल रहा। इन कर्मचारियों का कर्मचारी राज्य बीमा (ईएसआइ) का कार्ड भी नहीं बना है। लिहाजा, बीमार होने पर उन्हें ईएसआइ अस्पताल में इलाज भी नहीं मिल पाता।
डूडा से लिए जाते हैं आउटसोर्स कर्मचारी
अगस्त 2019 से निगम में आउटसोर्स कर्मचारी डूडा के माध्यम से लिए जाते हैं। इस बार जेम पोर्टल पर हुए टेंडर में भी डूडा की एजेंसी चयनित हुई। मौजूदा समय में निगम में 3143 आउटसोर्स कर्मी हैं। इसमें 2280 आउटसोर्स सफाईकर्मी हैं। इन कर्मियों के ईएसआइ मद में हर महीने चार फीसद की कटौती होती है। इसमें 3.25 फीसद रकम निगम देता है और 0.75 प्रतिशत धनराशि कर्मचारियों के वेतन से काटी जाती है। आउटसोर्स कर्मियों के वेतन के लिए निगम से डूडा को हर महीने करीब 3.35 करोड़ रुपये भुगतान होता है। इसमें से स्वास्थ्य विभाग की ओर से करीब 2.30 करोड़ दिया जाता है। कहा जा रहा है कि स्वास्थ्य विभाग को कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) का ब्योरा हर माह डूडा मुहैया कराता है, लेकिन ईएसआइ के बारे में जानकारी नहीं दी जाती। सफाई कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष प्रदीप का कहना है कि आउटसोर्स सफाईकर्मियों को न ईएसआइ कार्ड मिला है और न ही ईएसआइ का लाभ मिल रहा। डूडा की परियोजना अधिकारी वर्तिका सिंह का दावा है कि सभी कर्मियों का रजिस्ट्रेशन नंबर है। स्वास्थ्य विभाग को ब्योरा भी दिया जाता है। इलाज के लिए कर्मियों को ईएसआइ से संपर्क करा दिया जाता है।
डूडा द्वारा ईपीएफ और ईएसआइ (दोनों) जमा करने की बात कही गई है। चिट्ठी भेजकर अगस्त 2019 से अब तक का इस प्रकरण में ब्योरा मांगा गया है।
पीके मिश्र
प्रभारी अधिष्ठान