चार जून से सामान्य मरीजों का होगा इलाज, काल्विन अस्पताल में तैयारियां शुरू, बेली में चालू हो सकती है तीन ओपीडी
कोरोना काल में सामान्य मरीजों को इलाज उपलब्ध कराने के प्रयास सरकार ने शुरू कर दिए हैं। संक्रमण के केसेज कम होने के बाद शासन ने बुधवार को आदेश जारी किया गया है। जिसमें कहा है कि चार जून से अस्पतालों में सामान्य ओपीडी सेवाएं शुरू की जाएं। जिससे मरीजों को आसानी से इलाज मिल सके। इसको लेकर अस्पतालों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है।
बेली में असमंजस की स्थिति
बेली अस्पताल में अभी कोविड मरीजों का इलाज चल रहा है। इसे आम मरीजों के लिए डी नोटिफाइड नहीं किया गया है। आदेश के अनुसार यहां पर चार जून से आंख, ईएनटी और सर्जरी ओपीडी चलाई जाएगी। इसके अलावा कोरोना के मरीजों का इलाज भी जारी रहेगा। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि कोरोना के कुछ मरीज अभी यहां भर्ती हैं और जब तक शासन का आदेश नही आ जाता इनको दूसरी जगह शिफ्ट नही किया जाएगा। बावजूद इसके तीन ओपीडी चलाई जाएगी। इनमें ईएनटी और आंख की ओपीडी ब्लैक फंगस के संभावित मरीजों का देखते हुए चालू की जा रही है। सर्जरी ओपीडी भी इसी का हिस्सा माना जा रहा है।
काल्विन में देखे जाएंगे सभी मरीज
काल्विन अस्पताल में शुक्रवार से सभी प्रकार की ओपीडी सेवाएं शुरू कर दी जाएंगी। यहां पोस्ट कोविड वार्ड शुरू करने के बाद सामान्य ओपीडी बंद कर दी गई थीं। लेकिन शासन का आदेश आने के बाद इमरजेंसी सेवाओं के साथ सामान्य मरीजों को भी देखा जाएगा। इस समय यहां पर महज दो पोस्ट कोविड मरीज भर्ती हैं। सामान्य ओपीडी शुरू होने से मरीजों को काफी राहत मिलेगी।
बुधवार को मिले 25 मरीज
शहर में कोरोना मरीजों की संख्या में गिरावट जारी है। बुधवार को महज 25 कोरोना संक्रमित मामले सामने आए हैं। जबकि एक मरीज की कोरोना से मौत हो गई है। इसके उलट 71 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किया गया है। कुल 10014 लोगों का कोरोना सैंपल लिया गया है।
अभी आदेश स्पष्ट नही है। शुक्रवार से आंख, ईएनटी और सर्जरी की ओपीडी शुरू की जाएगी। कोरोना मरीजों को लेकर क्या आदेश आता है यह गुरुवार को पता चलेगा। अगर कोविड अस्पताल बना रहता है तो यह तीन ओपीडी ही चलाई जाएंगी।
डॉ। किरण मलिक
सीएमएस, बेली अस्पताल
हमारे यहां शुक्रवार से सभी सामान्य ओपीडी शुरू कर दी जाएंगी। इसकी तैयारियां की जा रही हैं। पोस्ट कोविड मरीज वार्ड में भर्ती हैं लेकिन आम मरीजों को भी देखा जाएगा।
डॉ। सुषमा श्रीवास्तव
एसआईसी काल्विन अस्पताल